सड़क किनारे तेंदुए की सरगर्मियां बढ़ने से ग्रामीण दहशत में

संवाद सहयोगी रामकोट क्षेत्र में तेंदुए की सरगíमया कम होती नहीं दिख रही है। शाम के समय राहगीरो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 12:06 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 12:06 AM (IST)
सड़क किनारे तेंदुए की सरगर्मियां बढ़ने से ग्रामीण दहशत में
सड़क किनारे तेंदुए की सरगर्मियां बढ़ने से ग्रामीण दहशत में

संवाद सहयोगी, रामकोट : क्षेत्र में तेंदुए की सरगíमया कम होती नहीं दिख रही है। शाम के समय राहगीरों को अक्सर सड़क के किनारे तेंदुए के दर्शन हो जाते हैं। तेंदुआ कभी संगम पार्क के पास तो कभी चलाडी स्थित कम्युनिटी हाल के पास सड़क के किनारे बैठा दिखाई देता है। वहीं अमूवला, मकवाल, काह, कछेड़ आदि गाव में भी तेंदुए की उपस्थिति बरकरार है।

स्थानीय निवासी संसार सिंह, शकर सिंह, जिया लाल, जगदीश चंद्र आदि ने बताया कि तेंदुआ अक्सर शाम के समय राह चलते लोगों को दिखाई देता है। कभी सड़क को पार करता हुआ तो कभी सड़क के किनारे बनी प्रोडक्शन वाल के ऊपर राह चलते लोगों को निहारता रहता है। हालाकि अभी तक कोई भी घटना घटित नहीं हुई है, परंतु 11 नवंबर 2019 की घटित घटना लोगों के दिलों दिमाग में अभी भी बरकरार है। जिस दिन मकवाल के गुलगेड़ा गाव में एक नाबालिग को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया था। लोगों ने बताया कि शाम के समय जब दर्जनों लोग सैर के लिए निकलते हैं तो कई बार तेंदुआ सड़क के किनारे बैठा दिखाई देता है। डर के मारे लोग वापस घरों को मुड़ जाते हैं। लोगों का कहना है कि रामकोट से छला और बालपुर के लिए अक्सर लोग पैदल यात्रा करते हैं। लोगों को डर बना रहता है कि कहीं तेंदुआ घात लगाकर उनपर हमला कर दे, जिस कारण लोग झुंड में ही चलना पसंद करते हैं। लोगों ने प्रशासन से तेंदुए की सरगíमया रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जाने की माग की है।

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