लाखों खर्च करने के बाद भी सतूरा के ग्रामीणों के कंठ सूखे, भूख हड़ताल

संवाद सहयोगी हीरानगर पेयजल योजना पर लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद सतूरा गाव के लोगों को पानी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 12:17 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 12:17 AM (IST)
लाखों खर्च करने के बाद भी सतूरा के ग्रामीणों के कंठ सूखे, भूख हड़ताल
लाखों खर्च करने के बाद भी सतूरा के ग्रामीणों के कंठ सूखे, भूख हड़ताल

संवाद सहयोगी, हीरानगर: पेयजल योजना पर लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद सतूरा गाव के लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

मंगलवार को जल शक्ति विभाग की लचर कार्यप्रणाली के विरोध में ट्यूबवेल पर भूख हड़ताल शुरू कर दी और संबंधित विभाग तथा प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। बाद में अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोगों ने हड़ताल स्थगित कर दी। भूख-हड़ताल पर बैठ सरपंच भागमल खजुरिया समेत अन्य पंचों ने कहा कि गाव में पेयजल समस्या का समाधान करवाने के लिए लाखों रुपये खर्च कर एक ट्यूबवेल लगाया गया है, जिसका उद्घाटन उपराज्यपाल ने मार्च में ब्लाक दिवस पर हीरानगर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में आनलाइन किया था। तब लोगों को उम्मीद बंधी थी की अब पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन समस्या फिर भी वैसे ही बनी हुई है। अभी तक नए ट्यूबवेल से सप्लाई शुरू नहीं हुई। छप्पड़ मोड़ के पुराने ट्यूबवेल से सप्ताह में एक दो बार पानी मिलता था। अब मशीनरी की खराबी की वजह से वहा से भी सप्लाई बंद पड़ी है, तीन हजार लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा।

ग्रामीणों का कहना है कि जब नए ट्यूबवेल पर मशीनरी लगी हुई है तो विभाग को वहा कर्मचारी नियुक्त कर सप्लाई शुरू करनी चाहिए। वहीं भूख-हड़ताल की सूचना मिलते ही जल शक्ति विभाग के एईई सुभाष चंद्र, एई मनोज शर्मा भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने लोगों को नए ट्यूबवेल पर कर्मचारियों को नियुक्त कर पानी की सप्लाई बहाल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल से पाइप लाइन बिछाने का काम अभी चल रहा है जो जल्द ही मुकम्मल हो जाएगा। अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद लोग घरों को वापस चले गए।

भूख हड़ताल पर बैठे लोगों में राजेंद्र सिंह, नीटू खजुरिया, मधू बाला, संतोष कुमारी, मास्टर विश्वनाथन आदि शामिल थे।

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