कोरोना महामारी ने दस करोड़ के विकास कार्यो पर लगाई ब्रेक
राकेश शर्मा कठुआ सरकार के कोरोना के साथ-साथ विकास कार्याें को भी जारी रखने के प
राकेश शर्मा, कठुआ : सरकार के कोरोना के साथ-साथ विकास कार्याें को भी जारी रखने के प्रयास के बावजूद शहर में करोड़ों के विकास कार्य रुक गए हैं। आए दिन जहां जगह- जगह नगर परिषद प्रधान और उसकी टीम विकास कार्याें के शुरू करने और पूरा होने पर रिबन काटती दिखती थी, वह अब नहीं दिख रही है। अब उसकी जगह सैनिटाइज करवाते दिखते हैं। हालांकि, शहर के अलावा गांवों में भी फिर भी इक्का दुक्का विकास कार्य चल रहे हैं, लेकिन नगर परिषद कठुआ के दायरे में तो विकास कार्याें पर पूरी तरह से ब्रेक लग गई है।
शहर के अलावा भी अन्य विभागों के कार्य भी विभिन्न स्थानों पर रुके पड़े हैं, अगर नगर परिषद के विकास कार्याें पर लॉकडाउन के कारण रुकने की बात करें तो इस समय कम से कम 50 गलियों एवं नालियों के निर्माण के अलावा शॉपिग कॉप्लेक्स के निर्माण भी रुक गए हैं जो करीब 10 करोड़ की लागत के हैं। इसमें मुख्यत: शहर के मुखर्जी चौक में बन रहे शॉपिग कांप्लेक्स का निर्माण है। इसके अलावा शहर की कई सड़कों पर ब्लैकटापिग करने के कार्य थे, जो सभी इसी कारण रुके पड़े हैं। इसके अलावा नगर परिषद में पीएम आवास योजना के तहत सैकड़ों घरों के निर्माण भी रुके हैं। ऐसे में अगर कोरोना महामारी का दौर अगर इसी तरह से अगले माह तक जारी रहता है तो ये वर्ष विकास से अछूता ही रह जाएगा, क्योंकि आगे बरसात का मौसम शुरू हो जाएगा। इसमें कई विकास कार्य बंद किए जाएंगे।
पिछले दिनों सचिव आयुक्त मनोज द्विवेदी ने कठुआ का दौरा कर जारी कोरोना महामारी के साथ साथ विकास कार्याें को भी जारी रखने के लिए विभिन्न विभागों को निर्देश थे, लेकिन उस समय शायद कोरोना महामारी के इस तरह से मौजूदा समय में खतरनाक रूप की उम्मीद नहीं थी। उसके बाद हालात ऐसे बने कि जिला प्रशासन का मुख्य फोकस शहर में जारी गैर जरूरी गतिविधियों पर ब्रेक लगानी पड़ी। इसमें जब लॉकडाउन है तो शहर में विकास कार्य भी गैर जरूरी गतिविधि में किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। दूसरा काम पर जाने की बजाय लोग खुद भी अब महामारी के प्रकोप से भी बच कर घरों में समय बिता रहे हैं। वैसे भी नगर परिषद के दायरे में पुलिस भी जगह-जगह तैनात होने पर कोई भी घरों से नहीं निकल रहा है न तो ठेकेदार और न ही ज्यादातर मजदूर। शहर में इस समय सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही जारी रखने की अनुमति है, क्योंकि विकास कार्य बाद भी किए जा सकते हैं,पहले अपने आप को सुरक्षित रखना प्राथमिकता बन गई है। कोट्स---
इस समय विकास नहीं, बल्कि पहली प्राथमिकता लोगों को कोरोना से सुरक्षित रखना है। इसके चलते रोजाना कहीं न कहीं सैनिटाइजिग का कार्य किया जा रहा है। कोरोना से पहले शहर में विकास कार्य तेजी से चल रहे थे, क्योंकि मार्च से लेकर जून तक ही समय होता है, उसके बाद बरसात शुरू हो जाती है। इस समय 10 करोड़ से हो रहे विकास कार्य ठप पड़े हैं।
- नरेश शर्मा, प्रधान, नगर परिषद, कठुआ।