पैनक्रियाज की रसोली का जीएमसी में पहली बार सर्जरी
जागरण संवाददाता कठुआ अब कई बड़ी बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को उपचार एवं सफल आपरेश
जागरण संवाददाता, कठुआ : अब कई बड़ी बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को उपचार एवं सफल आपरेशन के लिए जीएमसी जम्मू जाने की जरूरत नहीं रही है, क्योंकि कई बड़े आपरेशन जीएमसी कठुआ में तैनात विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अब यहीं करने शुरू कर दिए हैं। इसी के चलते जीएमसी में पहली बार पैनक्रियाज (अग्नाश्य) की सर्जरी की गई।
सिस्टो-गैस्ट्रोमी प्रणाली से इस सर्जरी को जीएमसी में पहली बार एसोसिएट प्रोफेसर सर्जरी डा.रविदर कुमार ने अपनी टीम की सहायता से सफल अंजाम दिया, जिसमें 20 वर्षीय रिकू नामक एक मरीज को बड़े और तनावपूर्ण स्यूडोसिस्ट अग्नाश्य के साथ लाया गया। इस सफल आपरेशन को अंजाम देने में डा.रविद्र कुमार के साथ डा.हिलाल अहमद ने सहायता प्रदान की। बताया गया कि मरीज पिछले पांच छह माह से उक्त बीमारी से ग्रस्त था। उसके पेट में रसोली की तरह पानी भर गया था। इससे मरीज को काफी तकलीफ हो रही थी, जिसका आपरेशन के द्वारा ही इलाज संभव था। अब वह पूरी तरह से सामान्य है। इस तरह के आपरेशन पहले यहां नहीं किए जाते थे, लेकिन अब जीएमसी में प्रिसिपल डा. अंजली नादिर भंट्ट की अगुआई में ऐसा भी संभव हो रहा है। इससे उक्त बीमारी से ग्रस्त मरीजों को यहां पर ही इलाज कराने में राहत मिलेगी।
एचओडी सर्जरी डा.राज ऋषि शर्मा के सक्रिय सहयोग और मार्गदर्शन के साथ की। सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया टीम का नेतृत्व डॉ.राजेश अंगराल ने किया। रोगी अब पोस्टऑपरेटिव रूप से स्वस्थ है। जीएमसी की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.चैत्र वैष्णवी ने डॉ.रविदर कुमार को कठुआ में इस तरह की प्रक्रिया शुरू करने के लिए बधाई दी।