सीमावर्ती ग्रामीणों की सुनीं समस्याएं, तारबंदी के आगे लहलहा रही फसल का लिया जायजा

संवाद सहयोगी हीरानगर डीसी राहुल यादव ने रविवार को हीरानगर सेक्टर के सीमावर्ती गावों का पहला दौर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 11:41 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 11:41 PM (IST)
सीमावर्ती ग्रामीणों की सुनीं समस्याएं, तारबंदी के आगे लहलहा रही फसल का लिया जायजा
सीमावर्ती ग्रामीणों की सुनीं समस्याएं, तारबंदी के आगे लहलहा रही फसल का लिया जायजा

संवाद सहयोगी, हीरानगर : डीसी राहुल यादव ने रविवार को हीरानगर सेक्टर के सीमावर्ती गावों का पहला दौर कर लोगों की समस्याएं सुनीं तथा तारबंदी के आगे पड़ती जमीन पर लहलहा रही गेहूं की फसल का जायजा लिया।

बोबिया पोस्ट में डीसी याद ने बीएसएफ की 173बटालियन के कमाडेंट राठौर के साथ बैठक की और क्षेत्र की जानकारी ली। इस मौके पर एसडीएम राकेश कुमार, नायब तहसीलदार अशोक कुमार, कृषि विभाग के अधिकारी राजू महाजन व एसडीओ प्रदीप शर्मा भी मौजूद थे। मौके पर बार्डर वेलफेयर कमेटी के चेयरमैन रतन चंद, उप प्रधान भारत भूषण व अजीत कुमार समेत अन्य किसानों ने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया। भारत भूषण ने कहा कि हीरानगर सेक्टर के 17 गांवों में से पाच गावों की जमीन तारबंदी के लिए अधिकृत की गई है। अभी तक पाच गावों का अवार्ड नहीं हुआ और कुछ गावों की मुआवजा राशि आई हुई है, लेकिन पेमेंट रूकी हुई है। उन्होंने कहा कि दो सालों में पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी से लोगों के मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है, कुछ मवेशी भी मरे हैं, जिनकी फाइलें बनाकर एसडीएम ने भेजी है। इसके बाद भी प्रभावितों को मुआवजा नहीं मिला। उन्होंने कहा कि तारबंदी के आगे दस हजार कनाल जमीन पड़ती है, जिस पर 15 वर्षो से खेती बंद है। अगर सरकार उक्त जमीन पर खेती करवाना चाहती है तो पहले उसकी हदबंदी करवानी चाहिए। वहीं उन्होंने डीसी से सीमात विकास योजना का फंड पहले गोलीबारी से प्रभावित गावों के विकास पर खर्च करने की भी माग की।

बार्डर वेलफेयर कमेटी के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए डीसी राहुल यादव ने कहा कि यह उनका पहला दौरा है। इस दौरान वे बीएसएफ के अधिकारियों के साथ सीमा से सटे गावों की क्या समस्याएं हैं, उसका जायजा लेंगे और अगली बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को साथ लाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे। उन्होंने कहा कि अगर किसान तारबंदी के आगे खेती करने के लिए तैयार है तो जमीन की हदबंदी भी करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा तारबंदी में आई जमीन, जिन गावों के दस्तावेज मुकम्मल नहीं हुए हैं, उन्हें जल्द तैयार करवाने के लिए एसडीएम को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि गोलीबारी से जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उनका जितना भी मुआवजा बनेगा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने बीएसएफ की 19 बटालियन के कमाडेंट सतेंद्र गिरी के साथ करोल कृष्णा पोस्ट पर बैठक की और वहा से बुलेट प्रूफ गाड़ी पर बैठकर तारबंदी के आगे पड़ती करोल कृष्णा, करोल माथरिया, चक चंगा, कंडियाल व मनियारी में लगाई गई गेहूं की फसल का जायजा लिया।

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