सरथल में बिछी बर्फ की सफेद चादर, बनी-बसोहली मार्ग पांच घंटे रहा बंद
जागरण टीम कठुआ जिले के पहाड़ी क्षेत्र सरथल की वादी बर्फबारी से ढक गई है। आलम यह है कि सर
जागरण टीम, कठुआ: जिले के पहाड़ी क्षेत्र सरथल की वादी बर्फबारी से ढक गई है। आलम यह है कि सरथल में अभी बर्फबारी न होने की उम्मीद से वहा 60 परिवारों की रोजमर्रा की गतिविधि प्रभावित हो गई। इसके अलावा जिले की डोडा से सटी छत्रगला में डेढ़ फीट तक बर्फबारी हुई है, जिससे वहा पर लोगों की रोजमर्रा की जरूरी गतिविधिया ठप हो गई। इसी को देखते हुए बनी प्रशासन से अधिकारी सरथल पहुंचे और बर्फबारी में फंसे 60 परिवारों की सुरक्षा का जायजा लिया। हालाकि, सभी परिवार सुरक्षित हैं और अपने घरों एवं डेरों के अंदर बैठे हैं। मौसम खराब होने से सिर्फ उनकी रोजमर्रा की गतिविधि प्रभावित रही।
पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी एवं मैदानों में बारिश से ठंड का मौसम भी शुरू हो गया है। अधिकाश लोगों ने गर्म कपड़े पहनने लगे। इस बीच शहर से सटे हटली मोड़ क्षेत्र में एक अज्ञात व्यक्ति की ठंड से मौत हो गई। हालाकि, इसकी पुलिस ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन स्थानीय दुकानदारों के अनुसार जिस हालात में वह एक दुकान के बाहर सुबह मृत मिला, उससे ठंड से ही मौत होने का आशका जताई गई है। रात को दुकान के बाहर नाले के पास शराब के नशे में धुत था और सुबह तक वहीं पर बारिश के दौरान भी खुले में मृत पड़ा मिला, जिसके बाद हटली पुलिस चौकी से पुलिस वहा पहुंची और उसके शव को कब्जे में लेने के बाद जीएमसी कठुआ में पोस्टमार्टम के लिए भेजा और 174 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर, जिले की दूरदराज पहाड़ी क्षेत्र में रविवार को वर्ष की पहली बर्फबारी हुई। पर्यटक स्थल सरथल के साथ-साथ गाव डंडी गोटू, संदरुन, डग्गर, जोड़िया माता, धोले माता आदि स्थानों पर भी बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है। शनिवार दोपहर बाद मौसम में आए बदलाव के बाद पूरी रात बारिश होती रही, जबकि देर रात पहाड़ियों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। इस दौरान पर्यटक स्थल सरथल में स्थानीय बीस परिवार अपने माल मवेशियों के साथ बैठे हुए थे कि अचानक मार्ग बंद हो जाने से सभी फंस गए। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सरथल में राजस्व विभाग की टीम के साथ-साथ ग्रिफ विभाग को भी मार्ग खोलने के निर्देश जारी किए गए।
तहसीलदार शिव कुमार का कहना है कि ग्रिफ विभाग की मशीनें बर्फ हटाने में लगी हुई है। बनी-बसोहली सड़क मार्ग गेरा के निकट करीब पांच घटे के लिए बंद रहा, जिसके करीब 11 बजे यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। बनी तहसील के अधिकांश गावों में बिजली सप्लाई प्रभावित रही।
उधर, रामकोट में बीते शनिवार को ओलावृष्टि होने से नुकसान का जायजा लेने के लिए खेतीबाड़ी विभाग के मुख्य अधिकारी विजय उपाध्याय अपनी टीम के साथ सबडिवीजन बिलावर के जोन नगरोटा गुजरु की करीब पंचायतों का दौरा कर फसल कोहुए नुकसान का जायजा लिया। रामकोट तहसील के काह, कछेड़, कंधारनू, मकवाल, गलक आदि पंचायतों में किसानों के साथ रूबरू होकर धान, बासमती, सरसों और सब्जियों के हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बताया की ओलावृष्टि की वजह से फसल बिल्कुल तबाह हो गई है। जिन स्थानों पर ओलावृष्टि नहीं हुई हैं, वहा फसल जमीन पर बिछ गई है। किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा जारी करने के लिए सूची तैयार की जा रही है। इस मौके पर बीडीसी चेयरमैन अभय खजूरिया भी उपस्थित रहे।