जब कठुआ में आए भूकंप से हुआ बड़ा नुकसान, एनडीआरएफ ने चलाया राहत कार्य !
जागरण संवाददाता कठुआ जिला में किसी भी समय भूकंप की संभावना के दौरान बचाव एवं राहत काय
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिला में किसी भी समय भूकंप की संभावना के दौरान बचाव एवं राहत कार्य चलाने के लिए जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ के सहयोग से सोमवार मॉक ड्रिल का आयोजन किया। डिग्री कॉलेज परिसर में आयोजित मॉक ड्रिल में भूकंप के दौरान बचाव एवं राहत कार्य चलाने की तैयारियों पर प्रदर्शन करके उस समय की स्थिति में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने विशेष बचाव एवं राहत कार्य दिखाए।
डीसी राहुल यादव, एनडीआरएफ की 13वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट के एच रंजीत सिंह और उप कमांडेंट की अध्यक्षता में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की विशेष बचाव और प्रतिक्रिया टीमों द्वारा निष्पादित मॉक ड्रिल की अध्यक्षता की। इस मौके पर एसडीआरएफ के एस पी रमनीश शर्मा भी विशेष रूप से मौजूद रहे। कठुआ के डिग्री कॉलेज में जवानों की मॉक ड्रिल का ²श्य देखकर ऐसा लगा कि भूकंप जैसी स्थिति पैदा हो गई है और जिसके कारण इमारत आंशिक रूप से ढह गई। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एम्बुलेंस सेवाओं ने बचाव अभियान चलाया और गंभीर रूप से घायल और विभिन्न चिकित्सा स्थितियों में अन्य लोगों को निर्धारित प्रक्रिया का पालन करके अस्थायी आधार शिविर में स्थानांतरित कर दिया।
आपदा पीड़ितों तक पहुंचने, बहुमंजिला इमारतों से बचाव, दीवारों को काटने, भारी मलबा उठाने जैसी स्थितियों का प्रदर्शन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवा कर्मियों और एंबुलेंस द्वारा विभिन्न तकनीकों और उपकरणों का उपयोग करके किया। डीसी राहुल यादव ने मॉक ड्रिल अभ्यास में शामिल हितधारकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को भूकंप आपदा की स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि कठुआ जिला भूकंपीय क्षेत्र के चार और पांच में स्थित है, जो दर्शाता है कि जिले में भूकंप की संभावना गंभीर है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल एनसीसी, एनएसएस और अन्य कॉलेज के छात्रों के अलावा सभी भाग लेने वाले विभागों, एजेंसियों के लिए सीखने की कवायद है। डीसी ने अच्छी तरह से समन्वित अभ्यास के लिए एनडीआरएफ की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के अभ्यास लोगों में जागरूकता पैदा करने और हितधारकों को किसी भी घटना का सामना करने के लिए तैयार रखने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिले के अन्य हिस्सों में भी इस तरह के और अभ्यास किए जाएंगे। इससे पहले, दूसरे दिन डीसी कार्यालय परिसर में एक टेबलटॉप अभ्यास आयोजित किया गया था, जहां संबंधित विभागों द्वारा वास्तविक समय की स्थिति और प्रतिक्रिया कार्यों के अलावा भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई थी।
इस मौके पर एडीसी अतुल गुप्ता,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी सुनिदरजीत कौर, सीएमओ डॉ. अशोक चौधरी और अग्निशमन सेवा, पुलिस, यातायात और नगर पालिका के अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।