आफत बनी बर्फबारी में फंसे छह लोगों को सुरक्षित निकाला
जागरण टीम कठुआ/बनी दो दिन बारिश के साथ हुई भारी बर्फबारी पहाड़ी क्षेत्र बनी के कुछ
जागरण टीम, कठुआ/बनी : दो दिन बारिश के साथ हुई भारी बर्फबारी पहाड़ी क्षेत्र बनी के कुछ लोगों के लिए आफत बन गई। इसमें मंदी धार क्षेत्र में हुई भारी बर्फबारी में गत दिवस से फंसे 6 लोगों और 500 बकरियों को स्थानीय लोगों की सहायता से पुलिस ने सोमवार देर शाम को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
बता दें कि दो दिन में हुई बर्फबारी से बनी के दूरदराज और ऊंची पहाड़ी मंदी धार पर भेड़ बकरियों सहित कुछ लोगों के बर्फबारी में फंसे होने की सुबह प्रशासन व पुलिस को सूचना मिली। बर्फबारी में फंसे लोगों में हाजरु पुत्र बलिया, विशंभर दास पुत्र रसीला, छज्जू राम पुत्र ठिमवु, राकेश कुमार पुत्र भूषण, निवासी भकोगा तहसील बनी ओम प्रकाश पुत्र ठिमवर निवासी दिओता तहसील बिलावर शामिल रहे। जैसे ही इसकी सूचना मिली तो ब्लॉक विकास परिषद की चेयरमैन नीलम देवी ने बनी प्रशासन को इससे अवगत कराया। उसी समय एसडीएम जोगिदर सिंह जसरोटिया और तहसीलदार शिव कुमार ने तुरंत सूचना डीसी राहुल यादव को दी।
इसके साथ ही बनी से पुलिस, स्वास्थ्य व रेवेन्यू विभाग की टीम को मौके पर भेजकर राहत कार्य शुरू करने के लिए भेज दिया गया। बर्फबारी में फंसे लोगों के फोन भी गत दिवस से स्वीच ऑफ आ रहे थे, उनके परिजन और घर के सदस्य भी सुबह उन्हें ढूंढने के लिए निकल गए थे, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण देर शाम तक उनका कोई पता नहीं चल पाया और न ही उन्हें खोजने निकली टीम पता लगा पाई। हालांकि, देर शाम के बाद बर्फबारी के कारण लापता लोगों का पता चल पाया। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से सभी को राहत कार्य चलाकर वहां से सुरक्षित स्थान पर लाया है, जहां के उपरोक्त लोग फंसे थे, वहां पर डेढ़ मीटर तक बर्फबारी हुई थी, जिसके चलते वहां से निकलना संभव था।
गौरतलब है कि बनी क्षेत्र में होने वाली बर्फबारी के समय कहीं ना कहीं लोगों के फंसने की घटनाएं होती रहती हैं। जिसमें बीते वर्ष भी बनी-भद्रवाह सड़क मार्ग पर छत्रगला के निकट और नुकनाली मंदिर में भी इसी तरह कई लोग फंसे हुए थे, उसी समय पुलिस टीम ने बमुश्किल कड़ी मेहनत करके सभी का सुरक्षित निकाला था। बाक्स----
सरथल और छत्तरगलां में भेड़ बकरियों के 10 बच्चे मरे
संवाद सूत्र, बनी: बर्फबारी के दिनों में पर्यटक स्थल सरथल और छत्तरगलां में भेड़ बकरियों सहित लोग फंसे हुए हैं, जिसके लिए बीते कल प्रशासनिक अधिकारियों ने दौरा भी किया था। इसके लिए प्रशासन ने ग्रिफ विभाग को सरथल से आगे छत्रगलां तक तुरंत मार्ग को खोलने के निर्देश दिए थे। सोमवार को प्रशासन की टीम ने वहां के लिए राशन भेजा, वहीं ग्रेफ विभाग की टीम भी हरकत में आई और मार्ग को साफ करने में जुट गई क्योंकि यहां पर माल मवेशी और लोग फंसे हुए हैं, उन्हें तुरंत वहां से निकाला जा सके। बर्फबारी में ही रोलका में बकरवाल समुदाय की करीब दस भेड़ बकरियों के बच्चे मारे गए हैं। इस संबंध में तहसीलदार शिव कुमार ने कहा कि पटवारी को घटनास्थल पर जायजा और नुकसान का आकलन करने भेजा गया है, जहां पर बकरवाल समुदाय की दस भेड़ बकरियों के बच्चे बर्फबारी की चपेट में मारे गए है। उन्होंने कहा के उनके दस्तावेज बनाने के लिए आदेश जारी किए हैं, ताकि उनको मुआवजा दिया जा सके। वहीं प्रशासनिक अधिकारी ने सोमवार को सरथल के निकट बर्फबारी में काफी संख्या में भेड़ बकरी और लोगों को बर्फबारी से निकालकर सुरक्षित जगह लाया गया।