लखनपुर में इंटर स्टेट बसों को अनमुति देने से मिली राहत

जागरण संवाददाता कठुआ जिला वासियों को करीब डेढ़ साल बाद बड़ी राहत मिलने जा रही है

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 05:02 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 05:02 AM (IST)
लखनपुर में इंटर स्टेट बसों को अनमुति देने से मिली राहत
लखनपुर में इंटर स्टेट बसों को अनमुति देने से मिली राहत

जागरण संवाददाता, कठुआ: जिला वासियों को करीब डेढ़ साल बाद बड़ी राहत मिलने जा रही है, क्योंकि गत वर्ष मार्च माह से कोरोना महामारी के कारण बंद पड़ी इंटर स्टेट बस सेवा एक बार फिर से बहाल होने जा रही है जो कि इस माह लखनपुर में जिला कठुआ व अन्य जिलों के लोगों को कोरोना प्रकोप के कारण जारी दूसरी पाबंदी हटने से बड़ी राहत मिलेगी।

कुछ सप्ताह पहले लखनपुर में जारी कोरोना टेस्ट के बिना प्रवेश पाबंदी में दो डोज वैक्सीन वालों को छूट मिली थी, उसके बाद अब इंटर स्टेट बसों की आवाजाही शुरू होने से सबसे बड़ी सुविधा बहाल होगी। इसके लिए गत वर्ष से ही लोग मांग कर रहे थे, लेकिन प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार ने इंटर स्टेट पाबंदी को जारी रखा, लेकिन जब से दो डोज वालों को बिना टेस्ट के प्रवेश अनुमति दी गई, तभी से इंटर स्टेट बस सेवा को बहाल करने की मांग तेज होती रही। इससे आम लोग परेशान थे, क्योंकि जो बसों में ही दूसरे राज्यों में सफर करते थे। लोगों को पंजाब सहित दूसरे राज्यों में जाने और आने पर लखनपुर के पीछे ही बस चालक उतार देते थे, वहां से आम यात्री सामान सहित पैदल या फिर आटो वालों की मनमानी के शिकार होते थे। उन्हें सरकार के इस फैसले से बड़ी राहत मिलेगी। अब लोग बसों से सिर्फ अपने प्रदेश में ही नहीं, बल्कि दूसरे किसी भी राज्य में सफर कर सकते हैं। इसके लिए जम्मू कश्मीर परिवहन निगम ने कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगा चुके या आटीपीसीआर टेस्ट की 72 घंटे की पाजिटिव रिपोर्ट वाले लोगों को ही सफर करने की अनुमति दी है। ऐसे में अगर किसी ने एक डोज लगवाई है तो उसे लखनपुर में कोरोना टेस्ट करवाना पड़ेगा।

बहरहाल, सिर्फ जम्मू कश्मीर को छोड़ कर अन्य सभी राज्यों में इंटर स्टेट बस सेवा गत वर्ष से ही जारी है, लेकिन यहां पर इस सेवा के बंद रहने से आम लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ी है। यहां के लोगों को पंजाब सहित दूसरे राज्यों में सफर करने के लिए लखनपुर से या पंजाब में पठानकोट जाकर बस सेवा लेनी पड़ती थी। इससे उन्हें जो भारी खासकर महिला यात्रियों को लखनपुर से पैदल माधोपुर जाकर या फिर आटो चालकों की मनमानी का शिकार होकर भारी किराया देकर जाना पड़ता था। आर्थिक कमजोर यात्री पैदल ही लखनपुर से सामान उठाकर बच्चों सहित गर्मी के दौरान पैदल भी आते जाते देखे जाते थे। इसके चलते आए दिन लोग इंटर स्टेट बस सेवा बहाल करने की मांग करते थे। बाक्स-----

विभिन्न राज्यों में सौ से ज्यादा सरकारी बसों का होता है परिचालन

जम्मू से प्रतिदिन सौ से ज्यादा सरकारी बसें पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, हरिद्वार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं हरियाणा के लिए आती व जाती है। इसमें सबसे ज्यादा अमृतसर के लिए जम्मू से बस सेवा रहती है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इंटर स्टेट बस सेवा शुरू होने से कितने यात्रियों को राहत के साथ सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।

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सरकार को बस सेवा की सुविधा आज से एक साल पहले ही बहाल कर देना चाहिए था, क्योंकि अन्य राज्यों में कहीं भी इंटर स्टेट बस सेवा बंद नहीं थी। इससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। अब यही कहा जाएगा कि देर आय, दुरुस्त आय।

-सुभाष गुप्ता, पूर्व एमएलसी

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सरकार का इंटर स्टेट बस सेवा बहाल करने का फैसला सराहनीय है। इससे प्रतिदिन हजारों लोगों को लाभ मिलेगा, अब जिन्होंने कोरोना का दो डोज लगवा ली, कम से कम वे अब बसों में बेझिझक होकर सफर कर सकेंगे। इस फैसले से बड़ी राहत मिली है।

-अशोक जसरोटिया, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य। कोट्स---

आर्थिक रूप से संपन्न लोगों के लिए जिनके पास अपने वाहन हैं, उन्हें इंटर स्टेट बस सेवा बंद रहने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, लेकिन आम लोग जो रोज पंजाब से जम्मू व कठुआ तक सफर करते थे, उन्हें परेशानी होती थी।

-देव राज सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता। कोट्स---

इंटर स्टेट बस सेवा बंद रहने से कई लोगों का कोरोबार प्रभावित हो रहा था। कई मजदूर बस सेवा न होने से बेकार हो गए थे, लेकिन अब उन्हें राहत मिलेगी और वे दोबारा अपने काम धंधे पर जा सकेंगे, कारोबारियों को भी लाभ मिलेगा।

-कुलवीर पठानिया, प्रदेश सचिव, कांग्रेस।

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