बारिश व ओलावृष्टि ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
संवाद सहयोगी हीरानगर/बिलावर तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी ह
संवाद सहयोगी, हीरानगर/बिलावर : तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। बारिश से बासमती की फसल जमीन पर बिछ गई। हालाकि, अभी तक हुई बारिश से कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। अगर रात को ज्यादा बारिश हुई और ओले पड़े तो फसल का भारी नुकसान हो सकता है।
हीरानगर सब डिवीजन में अभी तक दस फीसदी कटाई हो पाई है। पाच से सात हजार हेक्टेयर में फसल खड़ी है। क्षेत्र का दौरा करने के बाद जानकारी देते हुए कृषि विभाग के जिला अधिकारी राजू महाजन का कहना है कि जिले में खोली गई सभी मंडियों का दौरा किया है। किसानों ने तिरपालों से धान को ढक दिया है, लेकिन ज्यादा बारिश होने पर पानी जमा हो जाने से नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को दो दिन पहले ही बारिश की संभावना को देखते हुए धान मंडी में नहीं लाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि बासमती की खड़ी फसल को अभी तक तो कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। ज्यादा बारिश से नुकसान हो सकता है।
उधर, बिलावर उपजिला में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के चलते धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। बिलावर के टिल्ला, बाथर, देवल, किशनपुर, डुंगाडा, लोहाई मल्हार तहसील के अधिकांश क्षेत्रों में हुई ओलावृष्टि की वजह से किसान काफी चिंतित नजर आए। किसान जसपाल, सागर सिंह, जोगेंद्र सिंह,ललित कुमार आदि ने बताया कि बारिश के दौरान हुई ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई है। लोहाई मल्हार तहसील के ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में भी ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट दर्ज किया गया।