सीमावर्ती गांवों में मोबाइल सिग्नल न होने से आनलाइन पढ़ाई प्रभावित
संवाद सहयोगी हीरानगर स्कूल बंद रहने से सीमावर्ती क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बच्च
संवाद सहयोगी, हीरानगर : स्कूल बंद रहने से सीमावर्ती क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं। आलम यह है कि गावों में इंटरनेट नेटवर्क कम होने की वजह से आनलाइन पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
शनिवार को कुछ बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करने के लिए चकडा में देखा गया। बच्चों का कहना था कि आनलाइन पढ़ाई करने के लिए उन्होंने मोबाइल तो खरीद रखे हैं, लेकिन सीमावर्ती गावों में इंटरनेट नहीं चलता है। वे आनलाइन पढ़ाई के लिए गावों से तीन किलोमीटर दूर चकडा आकर पढ़ाई करते हैं। वहीं एसआर मेमोरियल हाई स्कूल चकडा के प्रिंसिपल अजीत कुमार, क्षेत्र निवासी नरेश कुमार व राधेश्याम का कहना है कि पहले पाकिस्तान की गोलीबारी के कारण सीमावर्ती गावों के बच्चे पढ़ नहीं पाते थे। अब कोविड की वजह से स्कूल बंद हैं। मोबाइल नेटवर्क कम होने की वजह से आनलाइन पढ़ाई भी नहीं कर पाते। पिछले कुछ दिनों से सीमा से सटे गावों में मोबाइल सिग्गनल बिल्कुल कम हो गया है। इंटरनेट चलना तो दूर, मोबाइल पर बात करने के लिए भी लोगों को मकानों की छतों पर जाना पड़ता है, फिर भी फोन नहीं मिलते। बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करने के लिए गावों से दूर आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गावों में सिग्नल बढ़ाने या फिर वाइफाइ कनेक्शन देने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से भी कई बार माग कर चुके हैं, फिर भी नेटवर्क की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मोबाइल कंपनियों ने अगर सुरक्षा कारणों से सिग्नल कम कर रखे हैं। लैंडलाइन फोन की सुविधा मुहैया करवानी चाहिए या फिर गावों में छोटे मोबाइल टावर लगाने चाहिए।