भूमि विवाद सुलझा, बस अड्डे को विकसित करने का काम शुरू
संवाद सहयोगी बिलावर आखिरकार मुख्य बस अड्डे की 19 मरले जमीन का विवाद 15 वर्षो बाद सुलझ गई। इ
संवाद सहयोगी, बिलावर: आखिरकार मुख्य बस अड्डे की 19 मरले जमीन का विवाद 15 वर्षो बाद सुलझ गई। इसके कारण म्यूनिसिपल कमेटी ने उबड़ खाबड़ मुख्य बस अड्डे को विकसित करने का कार्य शुरू कर दिया है, ताकि लोगों को हो रही परेशानी दूर हो सके। इसके लिए बकायदा 42 लाख का टेंडर कर कार्य शुरू करवा दिया है। आलम यह है कि अब मुख्य बस अड्डे पर कमेटी की ओर से जेसीबी लगाकर 19 मरले जमीन को समतल किया जा रहा है।
आने वाले दिनों में बिलावर आने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी, क्योंकि कमेटी द्वारा आधे कच्चे भाग पर टाइल डालने का काम शुरू कर दिया गया है। अगर बिलावर मुख्य बस अड्डे की बात की जाए तो भूमि मालिकों का दावा था कि 19 मरले भूमि, जो कि कमेटी की ओर से जबरन अधिग्रहित की गई है, उसका मुआवजा नहीं मिला है। इसके चलते भू मालिक मुख्य बस अड्डे पर तारकोल नहीं डालने देते थे, लेकिन भूमि विवाद सुलझ जाने के बाद बस अड्डे का कायाकल्प करने का काम इन दिनों जोरों शोर से चल रहा है। साथ ही बिलावर के मुख्य बस अड्डे का भूमि विवाद सुलझने के बाद कमेटी द्वारा बस अड्डे को विकसित करने का काम तो शुरू कर दिया गया है, लेकिन कुछ दुकानदारों द्वारा बस अड्डे की ड्रेनेज सिस्टम को ब्लॉक कर अपनी दुकानों के आगे अतिक्रमण कि जाने से लोगों को परेशानी हो रही है, जिसके कारण अतिक्रमण हटाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। कोट्स--
दशकों से बिलावर मुख्य बस अड्डे के भूमि विवाद को कमेटी के प्रयास से सुलझा लिया गया है। अब 42 लाख की लागत से मुख्य बस अड्डे को विकसित किया जा रहा है। अगर किसी ने अतिक्रमण किया है, तो उसे भी हटाया जाएगा।
-उमाकांत बसोत्रा, अध्यक्ष म्यूनिसिपल कमेटी, बिलावर