शहर को स्वच्छ बनाने में सबसे बड़ा अड़चन सीवरेज का अभाव

जागरण संवाददाता कठुआ शहर को स्वच्छ बनाने में सबसे बड़ा अड़चन सीवरेज की सुविधा नहीं होन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 05:04 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 05:04 PM (IST)
शहर को स्वच्छ बनाने में सबसे बड़ा अड़चन सीवरेज का अभाव
शहर को स्वच्छ बनाने में सबसे बड़ा अड़चन सीवरेज का अभाव

जागरण संवाददाता, कठुआ : शहर को स्वच्छ बनाने में सबसे बड़ा अड़चन सीवरेज की सुविधा नहीं होना है। हालांकि, सीवरेज परियोजना को मंजूरी मिल गई है, जिस पर जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है। दशकों से उक्त परियोजना को मंजूरी मिलने का इंतजार था, लेकिन अब नगर परिषद के प्रधान नरेश शर्मा की अगुवाई में परवान चढ़ने जा रही है।

करीब 200 करोड़ की परियोजना के लिए सरकार ने टोकन मनी के रूप में 5 करोड़ की राशि जारी करने की भी घोषणा कर दी है। इससे अब परियोजना के जल्द शुरू होने की उम्मीद बन गई है। किसी भी शहर की स्वच्छता में सीवरेज की अहम भूमिका रहता है, जो शहर के गंदे पानी को भूमिगत नाले में समाकर बाहर निकालती है। मौजूदा समय में जगह-जगह नाले के ब्लॉकेज होने पर वेस्ट पानी संड़ाध मारकर क्षेत्र के वातावरण को प्रदूषित कर रहा है। शहर में सीवरेज के अभाव में कई जगहों पर गंदा पानी का भराव हैं, जो कभी कभार ही बरसात के पानी से साफ होते हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर तो ड्रेनेज की सफाई के अभाव के कारण ऐसा वेस्ट पानी प्रदूषण का कारण बनता है। सबसे ज्यादा समस्या लोगों द्वारा अपने-अपने मोहल्लों एवं संस्थानों के आगे बनी ड्रेनेज को ढकने के लिए अपनी मर्जी से सीमेंट के रैंप बनाने से आती है। इससे उनकी सफाई भी नहीं हो पाती है। उससे कई दिनों व महीनों घरों से निकलने वाला गंदा पानी जमा होकर प्रदूषण फैलाते रहता है। शहर की यह बड़ी समस्या है। जिसका समाधान मात्र सीवरेज ही है।

बहरहाल, मुख्य बाजार, महाजन हाल के पीछे बाजार, वार्ड 6, वार्ड 5, वार्ड 7, कैप्टन सुनील चौधरी चौक, पुराना नगरी चौक, मुखर्जी चौक, कोर्ट रोड, वार्ड 10 का मुख्य चौक, एसएसपी कार्यालय के पास, कृष्णा कालोनी के महाकालेश्वर शिव दुर्गा मंदिर के पास, डीसी कार्यालय के सामने वाली मार्केट आदि जगहों पर गंदे पानी का जमाव हमेशा देखा जा सकता है। बाक्स---

बरसात में जलभराव होने से होती है परेशानी

शहर में हर साल बरसात के दौरान सीवरेज के अभाव में जलभराव की समस्या बनती है। इसके बाद नगर परिषद को जेसीबी से कई स्थानों पर ड्रेनेज के ऊपर बने रैंप तोड़ने पड़ते हैं। शहर के कई ड्रेनेज का बहाव समतल न होने के कारण उसमें कचरा जमा होता रहता है, जिससे जलभराव की समस्या बनती है।

कोट्स---

केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के प्रयास से गत वर्ष शहर के लिए सबसे बड़ी जरूरत सीवरेज बनाने की मंजूरी मिल गई है। इसके अभाव में शहर को स्वच्छ बनाने का सपना पूरा करना संभव नहीं था। जम्मू कश्मीर में सिर्फ कठुआ जिला ही ऐसा है, जहां सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए 200 करोड़ रुपये मंजूर हुए है। अब जल्द ही इसका काम शुरू होगा और शहर स्वच्छ बनने की ओर बढ़ेगा।

-नरेश शर्मा ,प्रधान, नगर परिषद कठुआ

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