मढ़ीन तहसील दफ्तर पर किसानों ने किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी हीरानगर कृषि कानून की वापसी की माग को लेकर आदोलन कर रहे किसान संयुक्त मोचा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 12:35 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 12:35 AM (IST)
मढ़ीन तहसील दफ्तर पर किसानों ने किया प्रदर्शन
मढ़ीन तहसील दफ्तर पर किसानों ने किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, हीरानगर : कृषि कानून की वापसी की माग को लेकर आदोलन कर रहे किसान संयुक्त मोर्चा के भारत बंद के समर्थन में मढीन तहसील कार्यालय के बाहर विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने प्रदर्शन कर कानून को वापस लेने की माग की।

इस दौरान बाडर यूनाइटेड फ्रंट के अध्यक्ष घनश्याम व राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिवदेव सिंह के नेतृत्व में किसानों ने तहसील कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार राहुल बसोतरा को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर घनश्याम शर्मा ने कहा कि तीन कृषि कानून वापस लेने की माग को लेकर देशभर के किसान पिछले कई महीनों से आदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी मागों पर गौर नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि एक तो कृषि उपकरणों, बीज व खाद की कीमतें आसमान छू रही हैं। यदि किसान कड़ी मेहनत कर अनाज पैदा करते हैं तो उन्हें उचित कीमत नहीं मिलती, जिस कारण किसानों की आíथक दशा खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून जो केंद्र सरकार ने लागू किए हैं, उनसे किसानों को कोई लाभ पहुंचने वाला नहीं। सरकार को कानून वापस लेना चाहिए अन्यथा किसानों का आदोलन जारी रहेगा।

वहीं, राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिवदेव सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुने करने के बड़े दावे करती है। अगर यही स्थिति रही तो किसानों को अपनी गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कृषि बीमा योजना भी किसानों की आíथक स्थिति में सुधार नहीं ला सकी। सब कुछ निजी कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। तीन कृषि कानून से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला। अगर किसान संगठन इन्हें वापस लेने की माग कर रहे हैं तो सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। वहीं नेकां नेता धर्म पाल कुंडल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी मोर्चो पर विफल साबित हुई है। चुनाव में जो वादे लोगों से किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ। इस मौके पर सरपंच राकेश चौधरी, मक्खनी बंदराल, रघवीर सिंह, विजय कुमार, यशपाल, सोहन सिंह, सेठी शर्मा आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी