जिले में बारिश व तेज हवाएं चलने से 90 फीसद क्षेत्र में बिजली गुल

जागरण संवाददाता कठुआ कठुआ जिले में शनिवार सुबह ही मौसम का मिजाज बदल गया। मैदानी क्षेत्र म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:19 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:19 AM (IST)
जिले में बारिश व तेज हवाएं चलने से 90 फीसद क्षेत्र में बिजली गुल
जिले में बारिश व तेज हवाएं चलने से 90 फीसद क्षेत्र में बिजली गुल

जागरण संवाददाता, कठुआ: कठुआ : जिले में शनिवार सुबह ही मौसम का मिजाज बदल गया। मैदानी क्षेत्र में दोपहर तीन बजे बाद मूसलधार बारिश होने से अंधेरा छा गया, वहीं पहाड़ी क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से सड़क से लेकर घरों तक सफेद चादर में लिपट गया। इस दौरान शहर से लेकर कई गांवों में बिजली सप्लाई कई घंटे ठप रही, जिसके कारण 90 फीसद इलाके देर रात तक अंधेरे में डूबा रहा। बारिश के दौरान तेज हवा चलने से धान की फसल भी जमीन पर बिछ गई।

मौसम के मिजाज बदलने का सबसे ज्यादा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा। कठुआ शहर में ही शाम 4 बजे गुल हुई बिजली देर रात तक बहाल नहीं हो पाई। बिलावर, बसोहली एवं बनी में तो पूरी तरह से ब्लैक आउट है, जहां बिजली प्रभावित है, वहां रविवार तक बिजली बहाल होने की संभावना है। कठुआ शहर के वार्ड एक, दो, पांच, 14 सहित कई अन्य वार्डों में बिजली गुल होने के बाद देर रात तक बहाल नहीं हो पाई, जिससे शहर का लगभग पूरा हिस्सा रात को अंधेरे में डूबा रहा। इतना ही नहीं, जिले में पहली बार आयोजित हो रहे रविवार से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आइकानिक वीक फेस्टिवल पर भी बारिश की वजह से आंशिक प्रभाव पड़ने की संभावना बन गई है। प्रशासन की तैयारियों को मौसम से झटका लगा है। इसके साथ ही किसानों को भी मौसम से काफी नुकसान हुआ है। उनकी खेतों में पकने के लिए तैयार बासमती की फसल को नुकसान हुआ है, अभी रविवार को भी मौसम में सुधार की उम्मीद नहीं है, जिसके चलते फसल को मौसम नुकसान पहुंचा सकता है। मौसम में बदलाव से किसानों की चिताएं बढ़ गई है। जिले के पहाड़ी क्षेत्र में अभी धान की कटाई भी शुरू नहीं हो पाई है, ऐसे में मौसम फसल को खराब कर सकता है। मैदानी क्षेत्र में पूरी तेजी से धान की कटाई एवं उसे मंडी में बेचने के लिए जुटे किसानों की इस प्रक्रिया में मौसम ने रुकावट डाल दी है।

मौसम की मार का सबसे ज्यादा प्रभावित मैदानी क्षेत्र के वे किसान हुए हैं, जो धान की कटाई एवं उसे बेचने के लिए धान खरीद कर मंडियों में ले जा रहे थे। मैदानी क्षेत्र में पहाड़ी क्षेत्र की तरह ओलावृष्टि नहीं हुई है, लेकिन मौसम में एकदम बदलाव आ गया है। लोगों को ठंड का अहसास होना शुरू हो गया है। बारिश से पहले जिला में दोपहर को दिन में ही कालीघटा के साथ आसमान में छाये बादल से पूरे क्षेत्र में अंधेरा हो गया और दिन ही रात हो गई। कॉलेज रोड सहित जिला के मार्गों पर चलने वाले वाहन चालक लाइटें जलाकर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ते देखे गए। शहर में दिन में कुदरत का अलग नजारा दिखा।

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शनिवार बाद दोपहर हुई बारिश के बाद बनी, बसोहली, बिलावर के सभी 11, हीरानगर के 6, कठुआ के तरफ भजवाल सहित शहर को आपूर्ति करने वाले कई पावर हाउस में फाल्ट आने से बिजली गुल है। हालांकि, शहर के आसपास का 50 फीसद क्षेत्र में बिजली शाम को बहाल हो गई है, जिसमें लखनपुर,जखबड़, चन्नग्रां में बिजली आपूर्ति शाम को ही बहाल हो गई है। अन्य क्षेत्रों में सुबह पेट्रोलिग पार्टी गश्त करने के बाद ही बहाल करेगी। रात को मौसम में आई खराबी के चलते गश्त पार्टी का लाइनें चेक करना मुश्किल रहता है।

-मदन लाल भगत, कार्यकारी अभियंता, जम्मू कश्मीर पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कारपोरेशन लिमिटेड। कोट्स---

जिले में शनिवार को 13 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश के साथ 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं भी चली। अभी रविवार को भी बारिश की शाम तक संभावना है। किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ से पिछले तीन दिन से मौसम की एडवायजरी जारी की जा रही थी, लेकिन सोमवार को मौसम साफ रहेगा।

-डॉ. विशाल महाजन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ।

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