नगर परिषद में भाजपा की गुटबाजी चरम पर, कुर्सी पर गहराया संकट

जागरण संवाददाता कठुआ नगर परिषद में विगत तीन माह से प्रधान एवं उप प्रधान के खिलाफ लाए गए अ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 05:19 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 05:19 AM (IST)
नगर परिषद में भाजपा की गुटबाजी चरम पर, कुर्सी पर गहराया संकट
नगर परिषद में भाजपा की गुटबाजी चरम पर, कुर्सी पर गहराया संकट

जागरण संवाददाता, कठुआ: नगर परिषद में विगत तीन माह से प्रधान एवं उप प्रधान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भाजपा दो गुटों में बंट गई है। पार्टी का एक बागी गुट प्रधान को हटाने में जहां जुटा है, वहीं दूसरा गुट उनके समर्थन में। इससे पूर्ण बहुमत से काम कर रही नगर परिषद में आने वाले दिनों में संकट गहराने की संभावना बनने लगी है। वहीं, जारी गुटबाजी के बीच नगर परिषद प्रधान नरेश शर्मा शहर में विकास कार्याें की गति देने में जुटे हैं। साथ ही विरोधियों पर भी निशाना साध रहे हैं।

सोमवार को नरेश शर्मा ने वार्ड पांच में एक विकास कार्य का शुभारंभ पर स्थानीय लोगों की उपस्थिति में विरोधियों को खुली चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा कि जो सात बागी उनके खिलाफ तीन महीने से अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें हटाने के लिए पूरी ताकत लगा रखे हैं, ऐसे में अगर वे 5 निर्दलियों के आंकड़े से जोड़े गए 12 पार्षदों में से एक अपना नया प्रधान का नाम सार्वजनिक करें तो वे खुद प्रधान पद से इस्तीफा दे देंगे। यह उनकी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन माह से शहर के विकास में रोड़ा अटकाने का काम कर रहे पार्षदों ने सबसे बड़ा काम यह जरूर किया है कि अपनी ताकत अपने अपने वार्डों में विकास कराने की बजाय पार्टी विरोधी गतिविधि में लगा रखा है, जिसके चलते अब तो स्थानीय लोग भी उन्हें आपसी लड़ाई छोड़कर शहर के विकास कराने के लिए कहने शुरू कर दिए।

प्रधान नरेश शर्मा ने पूर्व विधायक ध्यान चंद ने अपने वार्ड में नप प्रधान नरेश शर्मा द्वारा उप प्रधान रेखा कुमारी, पार्षद राहुल देव शर्मा, पार्षद अशोक शर्मा सहित स्थानीय लोगों की उपस्थिति में शुरू कराए गए 7 लाख रुपये की लागत से लेन ड्रेन के कार्य के दौरान कहा कि वे शहर का विकास कराने को लेकर प्रधान बने हैं और वे दावे से कह सकते हैं कि उन्होंने अपने पौने तीन साल के कार्यकाल में करोड़ों के विकास कार्य ही नहीं कराए, ब्लकि शहर में बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के कार्य भी शुरू कराए हैं, जो सब के सामने हैं। कुछ पार्षद विकास कराने की बजाय अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं। उनके स्वार्थ इस बार भी पूरे नहीं होंगे। यहीं बागी पार्षद, जिनमें कुछ दलित होने पर उनके साथ विकास में भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें शायद पता नहीं है कि उनके वार्डों में लाखों के विकास करा चुके हैं और लाखों के टेंडर भी लगे हैं। इसका उनके पास पूरा आंकड़ा है।

उधर पूर्व विधायक ध्यान चंद ने कहा कि जिस तरह से नरेश शर्मा की टीम के साथ अन्य पार्षद आए दिन अपने-अपने वार्ड में विकास कराने में लगे हैं, इसी तरह से सभी पार्षदों को मिलजुल कर शहर का विकास कराना चाहिए न कि वहां पर आपसी झगड़े बढ़ाकर विकास रोकने के प्रयास करने चाहिए।

chat bot
आपका साथी