मुआवजा न मिलने से किसानों में रोष
बासमती के खराब हुए फसल का अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। बताया जाता है कि मुआवजे की सरकार ने घोषणा कर दी है मगर कृषि विभाग और राजस्व विभाग के बीच तालमेल न होने की वजह से अधिकांश किसानों के नाम सूची में शामिल नहीं है। इसके कारण भी किसानों में रोष है।
संवाद सहयोगी, हीरानगर: बासमती के खराब हुए फसल का अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। बताया जाता है कि मुआवजे की सरकार ने घोषणा कर दी है, मगर कृषि विभाग और राजस्व विभाग के बीच तालमेल न होने की वजह से अधिकांश किसानों के नाम सूची में शामिल नहीं है। इसके कारण भी किसानों में रोष है।
मंगलवार को मेशा चक के पूर्व सरपंच काबल सिंह के नेतृत्व में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल तहसीलदार सोहन लाल से मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया। काबल सिंह ने बताया कि तीस के करीब किसानों की फसल बर्बाद हुआ है, मगर मुआवजा नहीं बना। तहसीलदार हीरानगर सोहनलाल ने आश्वस्त करते हुए कहा की सप्लीमेंट्री में नाम शामिल हो सकते हैं या फिर उच्चाधिकारी आदेश दें तो नाम शामिल किए जा सकते हैं। किसानों में अशोक कुमार, चुनी लाल, परमानंद, पूर्ण चंद, कुलदीप राज, सरसो देवी आदि शामिल थे।