प्रतिबंध के बावजूद रावी दरिया में अवैध खनन जोरों पर

जागरण संवाददाता कठुआ प्रतिबंध लगने के बावजूद रावी दरिया में अवैध खनन जोरों पर है। पंजाब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 04:20 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 04:20 AM (IST)
प्रतिबंध के बावजूद रावी दरिया में अवैध खनन जोरों पर
प्रतिबंध के बावजूद रावी दरिया में अवैध खनन जोरों पर

जागरण संवाददाता, कठुआ: प्रतिबंध लगने के बावजूद रावी दरिया में अवैध खनन जोरों पर है। पंजाब का खनन माफिया शाम ढलते ही जिले की हद में आकर बड़ी-बड़ी जेसीबी लगाकर रावी दरिया का सीना छलनी शुरू कर देता है। इसका उदाहरण पिछले कुछ सप्ताह से पुलिस द्वारा रावी दरिया में खनन करते पकड़े गए वाहनों से मिल रहा है।

मंगलवार को भी लखनपुर के थाना प्रभारी सुमित शर्मा ने एक ट्रैक्टर ट्राली में रावी दरिया से खनन किया गया मेटेरियल जब्त किया। पुलिस कार्रवाई के बाद अगली कार्रवाई को खनन विभाग को सौंप दिया। कुछ दिन पहले भी रात को पुलिस ने पंजाब के खनन माफिया की जेसीबी को खनन करते पकड़ा था,उसके बाद भी अवैध खनन बदस्तूर जारी है। स्थानीय लोग इसकी शिकायतें खनन विभाग के कार्यालय में कर रहे हैं, लेकिन खनन विभाग अभी प्रभावी कार्रवाई करने में कारगर कदम नहीं उठा पाया है। इसके चलते आए दिन खनन के मामले रावी दरिया से लगातार आ रहे हैं। पुलिस भी अवैध खनन करते कई वाहनों को पकड़ चुकी है।

रावी दरिया में एनजीटी ने पहले से ही बड़े पैमाने पर हुए अवैध खनन के चलते दो साल से पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। प्रतिबंध लागू होने पर शुरू में तो रावी दरिया के खनन के खिलाफ पूर्व डीसी राहुल लंगर ने स्थानीय खनन माफिया पर नकेल कसी थी। उनके कार्यकाल में खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहा, लेकिन अब तो जोरों से हैं।

अवैध खनन में पंजाब का खनन माफिया मुख्यत: शामिल है, जो दरिया में दोनों जिलों के बीच सीमा हदबंदी न होने का लाभ उठाते हुए कठुआ की हद में आकर धड़ल्ले से खनन करके ले जाता है, जिसे रोकने में अब तक जिला खनन विभाग पूरी तरह से असफल साबित हुआ है। इसी के चलते रावी दरिया तो इस मामले में पूरी तरह से लुट चुका है। वहां पर दरिया का स्वरूप ही नहीं दिखता है। 50 से 100 फीट गहराई में जाकर किए गए खनन से पहाड़नुमा बड़े-बड़े गढ्डे दिखते हैं, जिनकी अभी दो सालों में प्रतिबंध के बावजूद भरपाई नहीं हो पाई। बाक्स---

जारी अवैध खनन के खिलाफ लोग फिर होने लगे हैं लामबंद

जागरण संवाददाता, कठुआ: रावी दरिया में जारी अवैध खनन से स्थानीय लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी दरिया के किनारे बसे किड़ियां गंडयाल व आसपास के गांवों की करीब 20 हजार आबादी को उठानी पड़ रही है, जिन्हें रात को ध्वनि एवं प्रदूषण की नियमित समस्या के अलावा भारी अवैध खनन के कारण भूजल का लेवल नीचे चले जाने से पेयजल स्त्रोत सूखने से करना पड़ रहा है। कृषि योग्य भूमि की नमी भी चली गई है। अवैध खनन के खिलाफ पिछले चार साल से लगातार आवाज उठा रहे रावी रीवर एक्शन कमेटी के प्रधान महेंद्र पाल शर्मा ने बताया कि ये सब जिला प्रशासन एवं खनन विभाग की मिलीभगत से अवैध धंधा चल रहा है। कुछ समय पहले बंद रहा, लेकिन अब कुछ माह से फिर जोरों पर है। वे प्रशासन को इस अवैध धंधे को बंद करने की चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन एक महीना गुजर गया है, कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते अब वे 14 जून को सैकड़ों ग्रामीणों के साथ प्रदर्शन करेंगे। आलम यह है कि रात को खनन करती मशीनों एवं स्टोन क्रशरों की आवाज से लखनपुर निवासी भी चैन से नहीं सो पाते हैं।

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