गुरु पूर्णिमा पर महामाया मंदिर में सत्संग, भंडारे का आयोजन

संवाद सहयोगी चड़वाल महामाया माता मंदिर शन रोड़िया में गुरु पूíणमा के दिन सत्संग व भंडारे का

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:19 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:19 AM (IST)
गुरु पूर्णिमा पर महामाया मंदिर में सत्संग, भंडारे का आयोजन
गुरु पूर्णिमा पर महामाया मंदिर में सत्संग, भंडारे का आयोजन

संवाद सहयोगी, चड़वाल : महामाया माता मंदिर शन रोड़िया में गुरु पूíणमा के दिन सत्संग व भंडारे का आयोजन किया गया।

शनिवार को यहा गुरु पूíणमा के दिन गुरु की पूजा की जाती है। आज शन रोड़िया के महामाया माता मंदिर में भी सत्संग का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि श्री श्री 1008 श्री संग्राद गिरी जी महाराज ने इस मंदिर में काफी साल से रह रहे थे और यहीं पर उन्होंने समाधि ली थी। इस सत्संग में काफी श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। इस मौके पर मंदिर के महंत मोहन गिरी जी महाराज ने बताया हम सबके जीवन में गुरु का बहुत अधिक महत्व है। गुरु ही हमारे अंदर से अज्ञानता का अंधकार मिटा कर ज्ञान का प्रकाश भरता है। ऐसी मान्यता है कि इस तरह के किसी एक आषाढ़ पूíणमा के दिन महíष वेद व्यास का जन्म हुआ था, तो उन्हीं के नाम पर इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। इन्हीं ने समस्त मानव जाति को पहली बार वेद का ज्ञान दिया था। पहली बार वेद दर्शन मानव जाति के मध्य लाने की वजह से इनको प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया, तब से इस दिन इनके जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है।

इसमें किसी तरह का अंधविश्वास निहित नहीं है। इस पर्व में संपूर्ण पूजन प्रक्रिया विश्वास और श्रद्धा पर आश्रित है। इस पूजन से मन को शाति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है। इस तरह आने वाले गुरु पूर्णिमा में अपने गुरु की भक्ति करके आप, उनकी तथा साथ ही अपने ईष्ट देवों की कृपा के पात्र बन सकते हैं। उनकी यह कृपा आपको जीवन में आगे बढ़ने में मदद करेगी और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।

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