चंचलो माता मंदिर को बचाने के लिए उपराज्यपाल से गुहार
संवाद सहयोगी बसोहली श्रद्धा और आस्था का संगम चंचलो माता मंदिर को बचाने के लिए डीडीसी चेयरमैन कर्न
संवाद सहयोगी, बसोहली: श्रद्धा और आस्था का संगम चंचलो माता मंदिर को बचाने के लिए डीडीसी चेयरमैन कर्नल महान सिंह आगे आए हैं। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिख कर इस मंदिर को भविष्य में भूस्खलन से बचाने के लिए कदम उठाने की माग की है। पत्र के माध्यम से उन्होंने लिखा कि यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है और हिदू धर्म के लोगों की इसमें काफी आस्था है। यहा पर पर्यटक भी आते हैं। मौजूदा समय में यह मंदिर भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिसे बरसात से पूर्व बचाने के लिए कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि पीडब्लयूडी द्वारा मंदिर में नुकसान एवं इसको पुन: बनाने के लिए लगभग 80 लाख रुपये की राशि खर्च आएगी। इस सरकार जारी कर सकती है। उन्होंने लिखा कि इस मुद्दे को लेकर स्थानीय पाधा परिवार, स्थानीय निवासियों ने ब्लाक दिवस, माई टाउन माई प्राइड में भी रखा, लेकिन कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया। सिंह ने उपराज्यपाल से बरसात से पूर्व ही काम को शुरू करने की माग रखी, ताकि इससे पूर्व बचाने के उपाय किए जा सकें। उन्होंने आशंका जाहिर की कि बरसात में इसको और नुकसान हो सकता है। भूस्खलन होने के कारण मौजूदा समय में हर कोई यहा आने से परहेज कर रहा है। मंदिर से लोगों को रोजगार भी
चंचलो माता मंदिर में दर्शन के लिए कठुआ जिले के अलावा दूसरे जिले के भी श्रद्धालु आते हैं। यहां नवरात्र में तो मेला लगता है। मंदिर के आसपास काफी संख्या में छोटे दुकानदार पूजा सामग्री और अन्य सामान बेच कर अपनी जीविका चलाते हैं। इसलिए इसका जीर्णोद्धार किया जाना अत्यंत जरूरी है। सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। जिला विकास परिषद के चेयरमैन कर्नल महान सिंह ने कहा कि चंचलो माता मंदिर पूरे क्षेत्र के लोगों की आस्था का केंद्र है। कोरोना काल में भले ही यहां गतिविधियां कम हुई हों, लेकिन और दिनों में यहां हमेशा श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था। मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। उपराज्यपाल से लेकर सभी संबंधित अधिकारियों से भी इस संबंध में संपर्क किया जा रहा है।