दिनदहाड़े युवक की हत्या से दहशत, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

जागरण संवाददाता कठुआ शहरवासी वीरवार को दो बहनों का इकलौता भाई की हत्या के बाद से सहम ग

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 11:08 PM (IST)
दिनदहाड़े युवक की हत्या से दहशत, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
दिनदहाड़े युवक की हत्या से दहशत, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

जागरण संवाददाता, कठुआ : शहरवासी वीरवार को दो बहनों का इकलौता भाई की हत्या के बाद से सहम गए हैं। दो साल बाद हुई दिन दहाड़े युवक की हत्या के बाद से शहरवासी पूरी तरह से सन्न हैं। उधर, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

दरअसल, वीरवार को महज आठ हजार रुपये के लेनदेन को लेकर दो युवकों के बीच हुई बहस के बाद 25 वर्षीय संजीव कुमार शर्मा पुत्र विजय कुमार शर्मा निवासी वार्ड 19 के शिवानगर में रहने वाले युवक की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। हालांकि, पुलिस ने मौके पर ही पटेल नगर के रहने वाले आरोपित 21 वर्षीय भानु प्रताप सिंह पुत्र सूरत सिंह को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उक्त घटना के बाद से इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। वीरवार को करीब पौने 12 बजे घटित घटना ने करीब दो वर्ष पहले घटित घटना को याद दिला दिया। शहर में दो साल पहले भी शाम के वक्त पारलीवंड स्थित जल शक्ति विभाग के ट्यूबवेल के पास किराना की दुकान के मालिक को दो युवकों ने गोलियां मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी। वीरवार को अपने साथी के हाथों मारे गए संजीव शर्मा अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था। दोनों बहने विवाहित है। इसके कारण पिता विजय कुमार का एकमात्र सहारा संजीव शर्मा ही था। 25 वर्षीय संजीव शर्मा खुद भी समाज कल्याण विभाग में कुक का काम कर रहा था। ग्रेजुएट होने के कारण काफी होनहार था। संजीव की मौत से पिता विजय कुमार के लिए जीवन भर के लिए गमों का पहाड़ टूट गया है, ताउम्र तक युवा बेटे की मौत के गम से उबर नहीं पाएगा, क्योंकि यही मात्र उसके जीने की उम्मीद थी।

बहरहाल, मात्र आठ हजार रुपये के लेनदेन को लेकर की गई हत्या की वारदात से पूरा शहर सन्न है। आस पड़ोस के लोगों को गोलियों की आवाज शाम तक कानों में बार बार उस घटना को दोहरा रही है कि कैसे एक युवक की मात्र कुछ पैसों के लिए साथ ने ही मौत के घाट उतार दिया, गोली लगने के बाद खून से लथपथ युवक का शव चहल पहल वाली गली में ऐसे गिरा पड़ा था, जैसे किसी फिल्म के सीन में अपराधियों ने उसे गोलियां दाग कर मौत की नींद सुला दिया। इस तरह का अपराध शहर में सरेआम दिन दहाड़े अभी तक आसपड़ोस के लोग फिल्मों में ही देखा करते होंगे, लेकिन अब हकीकत में अपनी आंखों के सामने मोहल्ले की गली में होते देख सन्न रह गए। कुछ समय के लिए तो आसपड़ोस के लोग सहम गए। गोलियों की आवाज ने पूरे पटेल नगर मोहल्ले में पहले तो दहशत फैला दी, उसके बाद घटना का पता चलते ही एकदम खामोशी छा गई। इस बीच पुलिस भी मौके पर वारदात स्थल पर पहुंच गई। खून से लथपथ संजीव शर्मा को उठाकर पुलिस सीधे पास ही के जीएमसी लेकर तो चली आई, लेकिन इस वारदात के बीच माहौल न बिगड़ जाए, इसकी पूरी आशंका को देखते हुए एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा ने घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक थाना प्रभारी, डीएसपी और एएसपी को हालात पर नजर रखने का निर्देश दिया। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और उसके बाद खुद मृतक के घर एंबुलेंस में ले जाकर शव को सौंपा। पूरी घटनाक्रम पर एसएसपी नजर बनाए रहे।

बताया जाता है कि आरोपित भानु प्रताप सिंह ने संजीव को खुद फोन करके घर आकर पैसे ले जाने के लिए बुलाया था। जब संजीव उसके घर पहुंचा तो दोनों में पैसे के लेनदेन को लेकर बहस भी हुई, इसके बाद 12 बोर की सिगल बैरल लाइसेंसी बंदूक से छाती पर गोली चला दी। कोट्स---

हत्या के पीछे का कारण आइपीएल में सट्टा लगाने या नशा भी हो सकता है, क्योंकि शहर में इस उम्र के ज्यादातर युवक संट्टे व नशे में लिप्त हैं, इस कड़ी से भी जोड़कर मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, इसका अभी तक कोई पक्का सुबूत नहीं है, फिलहाल जांच की जा रही है। अभी तक प्राथमिक जांच में भानु प्रताप ने खुद पैसे लेकर आने के लिए वीरवार साढ़े 11 बजे के करीब संजीव को फोन किया था। इस बीच दोनों में बहस हुई, जिसके बाद भानु प्रताप ने घर में पिता की पड़ी बंदूक से गोली चला दी।

- शैलेंद्र मिश्रा, एसएसपी, कठुआ।

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