टीका लगवाने के लिए जागरूक हुए लोग, केंद्रों पर लग रही कतार

जागरण संवाददाता कठुआ जिले में कोरोना का प्रकोप लगभग खत्म होता दिख रहा है। लोगों में क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:32 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 07:32 AM (IST)
टीका लगवाने के लिए जागरूक हुए लोग, केंद्रों पर लग रही कतार
टीका लगवाने के लिए जागरूक हुए लोग, केंद्रों पर लग रही कतार

जागरण संवाददाता, कठुआ : जिले में कोरोना का प्रकोप लगभग खत्म होता दिख रहा है। लोगों में कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए जागरूकता भी बढ़ रही है। आए दिन वैक्सीन सेंटरों के बाहर लोग लंबी कतार में टीका लगवाने के लिए खड़े देखे जाते हैं। सबसे ज्यादा भीड़ जीएमसी में देखने को मिल रही है। मंगलवार को भी जीएमसी में ऐसा ही हाल रहा। यहां दिन भर लोग टीका लगवाने के लिए कतार में लगे रहे, लेकिन वहां पर दोपहर एक बजे तक वैक्सीन की खेप नहीं पहुंची थी। उसके बाद भी वहां पर भीड़ रही। शहर में सबसे ज्यादा भीड़ 18 साल की उम्र के ऊपर वालों की हो रही है। हालांकि विभाग का अभी मुख्य लक्ष्य 45 से ऊपर उम्र के लोगों का सौ फीसद टीकाकरण है।

नगरी परोल कठुआ ब्लाक में 45 से ऊपर उम्र के लोगों को टीका लगाने का सौ फीसद लक्ष्य पूरा हो चुका है, अब यहां पर 18 से ऊपर उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया जारी है। कई सेंटरों में वैक्सीन की रोज कमी देखी जा रही है। इसके चलते लोगों को कई-कई घंटे सेंटरों में वैक्सीन लगवाने के लिए कतार में लगने के बाद लौटना पड़ रहा है। रामकोट सेंटर में भी ऐसी ही स्थिति रही।

डिप्टी सीएमओ डा. नीरज नागपाल का कहना है कि जिले में कहीं भी वैक्सीन की कमी नहीं है। प्राथमिकता 45 से ऊपर उम्र के लोगों को दो डोज देने की है। उसके बाद 18 वर्ष से ऊपर वालों को। जिन ब्लाक में 45 से ऊपर वालों को दो डोज लगाने का लक्ष्य पूरा हो चुका है, वहां अब 18 वर्ष से ज्यादा के लोगों को लगाई जा रही है। 2142 लोगों ने लगवाया टीका

जिले के विभिन्न केंद्रों में मंगलवार को 2142 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। इसमें 1580 लोग 45 से ऊपर उम्र के थे। इनमें 228 को पहली और 1352 को दूसरी डोज दी गई। इसके अलावा 18 से ऊपर उम्र के 581 को पहली डोज दी गई, जबकि एक को दूसरी डोज दी गई। जिले के पांच मेडिकल ब्लॉकों में से 3 में 45 से ऊपर उम्र के लोगों को दो डोज देने का सौ फीसद लक्ष्य हीरानगर, परोल कठुआ और बसोहली में पूरा किया जा चुका है। अब सिर्फ बिलावर और बनी इस मामले में पिछड़ा है। बिलावर में अभी 70.95 फीसद है, जिसमें रामकोट, लोहाई व बिलावर का क्षेत्र पड़ता है। यहां पर अभी 45 से ऊपर उम्र के लोगों ने एक ही डोज ली है। इसी तरह बनी में भी 74.82 फीसद ही लक्ष्य हुआ है, जहां पर भी 45 से ऊपर उम्र के लोगों ने अभी एक ही डोज ली है। वैक्सीन न मिलने से जाना पड़ रहा ऊधमपुर

संवाद सहयोगी, रामकोट:

पहली अगस्त से सभी स्कूल कॉलेज खुल जाएंगे। परंतु क्षेत्र में 18 प्लस लोगों को वैक्सीन की सुविधा न मिलने के कारण शंका बनी हुई है। हालांकि कोरोना महामारी का प्रकोप धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत लोगों को घरों से निकलते समय मास्क पहनने और 2 गज की दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है। इसके बावजूद कठुआ जिला के अंडर 45 लोगों को टीकाकरण की सुविधा न मिलने के कारण परेशानी महसूस हो रही है। कई लोग ऊधमपुर जाकर टीका लगवा रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र सिंह मनकोटिया का कहना है कि कठुआ को छोड़कर बाकी सभी जिलों में 18 प्लस लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। केवल जिला ही ऐसा है यहां पर वैक्सीन नहीं लगाई जा रही। यहां के लोगों को नक्की, खून, मजालता आदि ऊधमपुर जिले के अस्पतालों में टीकाकरण के लिए जाना पड़ रहा है। इस बीच प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना के तहत 31 जुलाई के बाद सभी स्कूल कॉलेज पुन: खोल दिए जाएंगे। ऐसे में छात्रों को बिना टीकाकरण करवाए स्कूल अथवा कालेज जाने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में इस क्षेत्र के नौजवानों के साथ भेदभाव क्यों है? मोहिदर सिंह का कहना है कि तहसील कार्यालय के अलावा सभी सरकारी कार्यालय में जाने पर अधिकारी लोगों से टीकाकरण का प्रमाण पत्र मांगते हैं। प्रमाण पत्र न होने के कारण लोगों को कार्यालयों में घुसने भी नहीं दिया जाता है। ऐसे में लोगों के काम अधूरे ही रह जाते हैं। मनकोटिया ने जिला के सभी अस्पतालों में 45 साल आयु से कम लोगों के लिए जल्द से जल्द टीकाकरण शुरू करने की मांग की है।

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