कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही कारोबार व विकास की गति में आई तेजी

जागरण संवाददाता कठुआ जिले में कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही कारोबार एवं विकास की गतिवि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:52 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:52 PM (IST)
कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही कारोबार व विकास की गति में आई तेजी
कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही कारोबार व विकास की गति में आई तेजी

जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में कोरोना की रफ्तार धीमी होते ही कारोबार एवं विकास की गतिविधियां तेज होने लगी हैं। सिर्फ वीकेंड क‌र्फ्यू को छोड़कर अब शहर में पहले की तरह बाजारों में व्यापारिक गतिविधियां दोबारा पटरी पर लौटने से व्यापारियों को उम्मीद जग गई है। अब रोटेशन के आधार पर सप्ताह में दो दिन खुलने वाली दुकानों को तीन दिन करने से बाजार में मंदा पड़ा व्यवसाय तेज होने लगा है। दुकानदारों को प्रशासन के वीकेंड क‌र्फ्यू से भी कोई ज्यादा दिक्कत नहीं है।

गौर है कि प्रशासन द्वारा दो दिन खुलने वाली गैर जरूरी सामान की दुकानों को अब तीन दिन करके गत शुक्रवार को भी खोलने के आदेश से व्यापारियों को काफी राहत मिली है। इससे उन्हें ग्राहक बढ़ने की उम्मीद हो गई है। हालांकि अभी दुकानों को खोलने का समय सुबह 7 से 5 बजे तक हैं, अगर कोरोना इसी तरह से और कम होता गया तो शाम 5 बजे की बजाय 7 बजे का भी समय हो सकता है। अभी प्रशासन सोच समझकर कदम रख रहा है, धीरे-धीरे छूट की अवधि बढ़ाने की नीति पर चल रहा है। कहीं एकदम भीड़ निकलने से प्रकोप को नियंत्रण किए गए प्रयासों को झटका न लग जाए। अभी प्रशासन छूट के साथ-साथ वेट एंड वॉच की नीति अपनाए हुए हैं, क्योंकि कोरोना अभी गया नहीं है, दम जरूर तोड़ना शुरू हो गया है। ऐसे में अगर 30 जून तक ऐसी ही तरह दम तोड़ता रहा तो और भी अन्य जारी पाबंदियों पर छूट मिलने की उम्मीद की जा सकती है।

बहरहाल, कोरोना का प्रकोप कम होते ही प्रशासननिक तौर पर विकास की गतिविधियां भी जोर पकड़ने लगी हैं। शनिवार को डीसी ने जहां हीरानगर का दौरा कर बैठक कर लोगों की समस्याएं सुनीं और विकास पर चर्चा की। उसके बाद जिला मुख्यालय पर जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्याें के साथ-साथ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को भी जमीनी स्तर पर शुरू करने के लिए अधिकारियों पर जोर देते हुए कहा कि तय समय पर उसका लोगों को भी लाभ मिले और लक्ष्य को भी पूरा करने को कहा। बाक्स----

डीसी ने लाडली बेटी योजनाओं की समीक्षा की

कठुआ। डीसी राहुल यादव ने शनिवार को जिला मुख्यालय पर आईसीडीएस विभाग द्वारा शुरू की गई योजनाओं में से एक प्रदेश सरकार की लाडली बेटी योजना की समीक्षा की। बैठक में एडीसी अतुल गुप्ता, आईसीडीएस विभाग की सीडीपीओ और सुपरवाइजरों ने भाग लिया। इसमें बताया गया कि योजना के तहत एक अप्रैल 2015 के बाद प्रदेश में जन्मी उस बेटी के, जिसके पिता की आय वार्षिक 75 हजार रुपये से कम हो, उसके खाते में प्रति माह एक हजार रुपये सरकार जमा कराएगी। हालांकि, उसी बेटी को इसका लाभ मिलेगा, जिसके पिता को डोमिसाइल प्रमाण पत्र होगा। उन्होंने योजना के प्रति विभाग को जागरूकता फैलाने को कहा, ताकि इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ लाभार्थी ले सके। इसके अलावा डीसी ने बेरोजगार युवाओं के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई स्वयं रोजगार योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को जागरूकता फैलाने को कहा। साथ ही बैठक में सीपीओ को कोरोना वैक्सीन के प्रति ज्यादा से ज्यादा विभागीय स्तर पर जागरूक करने के निर्देश दिए।

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