अनलॉक-2 के बाद अब शहर के मुख्य ड्रीमलैंड पार्क में लौटने लगी रौनक

जागरण संवाददाता कठुआ अनलॉक-2 में मनोरंजन पार्क और बागों को सरकार की ओर से अ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 01:19 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 01:19 AM (IST)
अनलॉक-2 के बाद अब शहर के मुख्य ड्रीमलैंड पार्क में  लौटने लगी रौनक
अनलॉक-2 के बाद अब शहर के मुख्य ड्रीमलैंड पार्क में लौटने लगी रौनक

जागरण संवाददाता, कठुआ :

अनलॉक-2 में मनोरंजन पार्क और बागों को सरकार की ओर से आम जनता के लिए खोलने की अब अनुमति दी गई है। हालांकि अभी शहर के पार्को में पहले जैसी रौनक नहीं है। इसके अलावा कालीबड़ी के पास पब्लिक पार्क अभी भी बंद हैं, लेकिन शहर के नहर के किनारे पर स्थित ड्रीमलैंड पार्क में लोगों का आना शुरू हो गया है। जहां करीब साढ़े तीन माह के बाद रौनक लौटने लगी है। इस पार्क की खासियत यह है कि शहर के मध्य होने पर इसके बीचो-बीच बहने वाली कठुआ कनाल गर्मी के दौरान वहां आने वाले लोगों को काफी राहत व मनोरंजन देती है। पार्क के चारों ओर लगे पौधे हरियाली से छाया देते हैं। हाईवे से सटे और शहर के एप्रोचेबल स्थान पर स्थित इस पार्क में अब पिछले कुछ वर्ष से स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि सांबा, जम्मू जिला के अलावा पड़ोसी पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर और अमृतसर तक के लोग जहां दिन में पिकनिक मनाने के लिए आते थे। अब कोरोना संकट के चलते लखनपुर बॉडर बंद होने के कारण अन्य राज्यों के लोगों की इंट्री न होने से स्थानीय शहरवासी ही ज्यादा आ रहे हैं। उमस भरी गर्मी से राहत पाने के लिए शहर का सबसे बेहतर स्थल ड्रीमलेंड पार्क में खासकर दोपहर को नहर में नहाने वाले लोगों के कारण रौनक से गुलजार होने लगा है। हालांकि सुबह भी अब मार्निंग वॉक के दौरान भी शहरवासी पहुंचना शुरू हो गए हैं। इसके अलावा शहर के वार्ड 14 में अंबेडकर ब्रिज के पास जनाना पार्क डिग्री कॉलेज के पास शहीद भगत सिंह पार्क में भी लोग कुल पल सकून के बिताने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ ड्रीमलैंड पार्क में अभी देखी जार रही है।

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साढ़े तीन माह छाई रही वीरानगी

गत 25 मार्च से को लागू लॉक डाउन के बाद इस पार्क को पूरी तरह से अनलॉक-1 तक बंद कर दिया था, हालांकि इक्का दुक्का लोग अनलॉक-1 में इस मुख्य सरकारी सार्वजनिक पार्क चोरी छिपे आते रहे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान को पूरी तरह से पार्क आम आवाजाही के लिए बंद रहा था। वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए पार्क के मेन गेट पर ताले लगाने के साथ सिगल इंट्री वाले मार्ग भी कांटे बिछा कर बंद कर दिए गए थे। शहर के अन्य पार्को के मुख्य गेट बंद कर दिए गए थे। सुबह शाम गुलजार रहने वाले पार्कों में एकदम साढ़े तीन महीने तक वीरानी छाई रही।

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कोरोना से बचाव भी जरूरी: डीसी

डीसी ओपी भगत का कहना है कि सरकार ने गत दिनों प्रदेश के पार्को को खोलने की अनुमति दे दी है। अब लोग बेशक वहां जाएं, लेकिन ये भी ध्यान में रहे कि जिला कठुआ कोरोना से मुक्त नहीं है, अभी भी प्रकोप जारी है। लोगों के सहयोग से ही जिला कठुआ में कोरोना की स्थिति खतरनाक नहीं बनी है, जो प्रशासन ने लोगों के सहयोग से ही ऐसा संभव किया। इसी के चलते लोग अभी भी पार्क व भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज करें। अगर जाना चाहते हैं तो मास्क पहनकर जाएं और शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें।

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