छह ब्लॉकों में लोगों के द्वार पहुंचे 109 अधिकारी, समस्याओं का होगा निदान

जिले में बैक टू विलेज-3 के आखिरी चरण के छह ब्लॉकों में बुधवार को लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए 109 अधिकारी पहुंचे। पहला दिन उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात की और ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। ये अधिकारी वीरवार को अपनी-अपनी पंचायतों में बैक टू विलेज के पहले और दूसरे चरणों के दौरान शुरू किए गए विकास कार्यो का निरीक्षण करेंगे। उसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों के साथ नए विकास कार्य शुरू करने के लिए मंथन करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Oct 2020 01:58 AM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2020 05:14 AM (IST)
छह ब्लॉकों में लोगों के द्वार पहुंचे 109 अधिकारी, समस्याओं का होगा निदान
छह ब्लॉकों में लोगों के द्वार पहुंचे 109 अधिकारी, समस्याओं का होगा निदान

जागरण संवाददाता,कठुआ : जिले में बैक टू विलेज-3 के आखिरी चरण के छह ब्लॉकों में बुधवार को लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए 109 अधिकारी पहुंचे। पहला दिन उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात की और ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। ये अधिकारी वीरवार को अपनी-अपनी पंचायतों में बैक टू विलेज के पहले और दूसरे चरणों के दौरान शुरू किए गए विकास कार्यो का निरीक्षण करेंगे। उसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों के साथ नए विकास कार्य शुरू करने के लिए मंथन करेंगे।

कठुआ, बरनोटी, नगरी, किड़ियां गंडयाल और मढ़ीन ब्लॉक में 109 109 अधिकारी पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने पंचायत प्रतिनिधियो से मुलाकात कर पंचायत में आ रही समस्याओं के बारे में जाना। हालांकि, जिले में दूसरे चरण के 7 ब्लॉकों में जारी बैक टू विलेज का बुधवार आखिरी दिन था, जो संपन्न हो गया है। अब अगले तीसरे चरण के आखिरी छह ब्लॉकों में भी एक दिन पहले ही शुरुआत हो गई है। इसके चलते जिले में दो सौ से ज्यादा अधिकारी 13 ब्लॉकों में ग्रामीणों की समस्याएं सुनने और उनके जल्दी समाधान का वादा किया। इन सात ब्लॉकों में जहां आखिरी दिन था,वहां पर कई पंचायतों में दर्जनों विकास कार्य लोगों को समर्पित किए गए।

कूटा पंचायत में 1.40 करोड़ के विकास कार्यो का रखा नींव पत्थर

बैक टू विलेज कार्यक्रम के दौरान कई पंचायतों में एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है,वहीं कई पंचायतों में करोड़ों के विकास कार्य जनता को समर्पित किए गए। इसमें कूटा पंचायत में बैक टू विलेज कार्यक्रम के आखिरी दिन करीब 1.40 करोड़ के विकास कार्य जनता को समर्पित किए गए। इसका उद्घाटन भेड़ एवं पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव नवीन चौधरी ने डीसी ओपी भगत एवं पंचायत की सरपंच रंजना शर्मा की उपस्थिति में किया। इसमें पंचायत में बनी दो इमारतों पंचायत भवन एवं मल्टीपरपज हॉल, 21.50 लाख की लागत से तैयार कूटा से डंगे वाली माता वाया श्मशानघाट मार्ग और गांव के हाई स्कूल में प्री नर्सरी कक्षा के लिए आइसीटी लैब का नींव पत्थर रखा।

मनरेगा के तहत बैक टू विलेज-2 में रखे गए कई गलियां एवं नालियों के निर्माण कार्याे के नींव पत्थर रखे गए। वहीं 6 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान की चाबियां सौंपी गई। उसके बाद अधिकारियों ने स्कूल की इमारत, गलियों के निर्माण कार्याें का निरीक्षण किया। साथ ही ट्राइबल बस्ती का दौरा भी किया।

अधिकारी से सवाल करने के मूड में पंचायत प्रतिनिधि

ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने के लिए सरकार द्वारा जारी बैक टू विलेज कार्यक्रम में कई ऐसी भी पंचायतें हैं,जहां पर बैक टू विलेज के पहले व दूसरे चरण के दौरान एक भी विकास कार्य नहीं हुआ है। महताबपुर पंचायत की सरपंच अनुराधा ने बताया कि उनकी पंचायत में बैक टू विलेज के पहले व दूसरे चरण के दौरान कार्यक्रम नहीं हुआ। उस दौरान प्राथमिकता के तौर पर कोटी तालाब से परनैल मोहल्ला तक करीब एक किलोमीटर सड़क बनाने की मांग रखी गई,लेकिन आज तक पूरी नहीं हुई। अभी तक करीब दो लाख ही मंजूर हुए, वो भी बैक टू विलेज एक के कार्यक्रम के, जिसमें एक लाख ही मिला है,उसका उपयोग गांव में ट्यूबवेल के पंप लगाने में किया गया। जब कि सड़क मार्ग का निर्माण सरपंच ने अपने प्रयास से दूसरी योजना से कराया। अब फिर बैक टू विलेज-3 शुरू है। पहले दिन सिर्फ परिचय और अधिकारी का स्वागत और दोपहर बाद गांव में अन्य योजनाओं के तहत हुए कार्याें का निरीक्षण किया गया। उनकी पंचायत में वन विभाग के मुख्य प्रधान संरक्षण टी अभि कुमार आए हैं। जो तीन दिन यहां रहेंगे। उनसे नये विकास पर चर्चा के अलावा पूर्व में नहीं हुए कार्यों के बारे में भी पूछा जाएगा।

पशु एवं भेड़पालन विभाग जम्मू के प्रधान सचिव नवीन चौधरी ने कहा कि

बैक टू विलेज गांवों में रहने वाले लोगों की विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करने का एक शानदार अवसर प्रदान कर रहा है। लोगों की चौखट पर शासन करने की पहल से शिकायत निवारण में तेजी आएगी, इसके अलावा पीआरआइ को ग्रामीण विकास योजनाओं के साथ रखना होगा। पंचायत सदस्य पंचायत योजना में प्राथमिकता वाले कार्य का प्रावधान रखें ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।

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