Jammu Kashmir: साइंस कॉलेज में स्किल लैब ब्लाक का कार्य अधर में लटका, जानिए क्या है वजह

कोरोना की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन के कारण जीजीएम साइंस कॉलेज जम्मू में स्किल लैब ब्लाक बनाने का कार्य अधर में लटक गया है।उच्च शिक्षा विभाग ने जम्मू संभाग के किसी कॉलेज में अपनी तरह की पहली लैब बनाने के लिए 12.14 करोड़ रुपये मंजूर किए हैैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 04:53 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 04:53 PM (IST)
Jammu Kashmir: साइंस कॉलेज में स्किल लैब ब्लाक का कार्य अधर में लटका, जानिए क्या है वजह
इस कॉलेज का नाम प्रिंस आफ वेल्स कालेज हुआ करता था। इसे वर्ष 1905 में बनाया गया था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। कोरोना की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन के कारण जीजीएम साइंस कॉलेज जम्मू में स्किल लैब ब्लाक बनाने का कार्य अधर में लटक गया है।उच्च शिक्षा विभाग ने जम्मू संभाग के किसी कॉलेज में अपनी तरह की पहली लैब बनाने के लिए 12.14 करोड़ रुपये मंजूर किए हैैं। इस लैब में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। साइंस कालेज में तीन मंजिला इस स्किल लैब में नौ लैब शामिल होंगी।

कॉलेजों में करवाए जाने वाले कौशल विकास कोर्सों की लैब बनेगी जिसमें विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें फिशरीज, मशरूम की खेती, सूचना तकनीक, कंप्यूटर व अन्य काेर्सों की लैब शामिल होगी। जम्मू के अन्य कॉलेजों के विद्यार्थी भी इन लैब में आकर कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल कर पाएंगे। इस अहम लैब के निर्माण के लिए अभी तक टेंडर नहीं निकल पाया है। साइंस कॉलेज में कई अहम प्रोजेक्ट अधर में लटके हैं जिसमें कॉलेज की विरासती इमारत के संरक्षण करना और स्मार्ट क्लास रूम ब्लाक बनाना शामिल है।

पैसे मंजूर होने के बाद भी विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. रविंद्र टिक्कू का कहना है कि कॉलेजों में विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ कौशल विकास के कोर्स भी करवाए जाते हैं ताकि वे रोजगार हासिल कर पाए या अपना रोजगार चला सके। इसके लिए लैब की जरूरत होगी। स्किल लैब भी उसकी हिस्सा है। इसका कॉलेज में अलग से पूरा ब्लाक बनेगा। अगले दो तीन महीनों में इस पर कार्य शुरु हो जाएगा क्योंकि कार्य शुरु करने के लिए औपचारिकताओं को पूरा करने में समय लगता है। साथ ही इस समय कोरोना के हालात चल रहे हैं।

बताते चले कि जीजीएम साइंस कालेज जम्मू कश्मीर का सबसे पुराना कॉलेज है। इस कॉलेज का नाम प्रिंस आफ वेल्स कालेज हुआ करता था। इसे वर्ष 1905 में बनाया गया था। यह विरासत समेटे हुए है। इसकी इमारत भी विरासत वाली है जिसके संरक्षण का कार्य अभी तक नहीं हो पाया है। कॉलेज में क्लस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू का प्रशासनिक कार्यालय भी है जिसके अधीन यह कॉलेज चल रहा है। 

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