Union Territory Ladakh: लेह हिल काउंसिल के लिए मतदान जोरों पर, पहले तीन घंटों में 12 प्रतिशत के करीब मतदान
पोलिंग स्टाफ को मास्क सैनीटाइजर उपलब्ध करवाने के साथ यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि वोट डालने आ रहे लोग कोरोना की रोकथाम संबंधी हिदायतों काे पमरी तरह से पालन करें। सभी मतदान केंद्रों के बाहर धारा 144 लगाई गई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की लेह हिल काउंसिल के लिए वीरवार सुबह शुरू हुए मतदान के पहले तीन घंटों में करीब 12 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।सुबह ठंड के कारण धीमी गति से शुरू हुए मतदान में सुबह ग्याह बजे के बाद से तेजी आने लगी। लेह पुलिस कंट्रोल रूम के अनुसार पहले दो घंटों में लेह में 7.99 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे। सुबह आठ बजे शुरू हुई वोट डालने की प्रक्रिया शाम तक जारी रहेगी। लेह के लोगों में चुनाव को लेकर भारी उत्साह के चलते यह तय है कि मतदान प्रतिशत अस्सी से उपर ही रहेगा।
वहीं भाजपा सांसद व प्रदेश अध्यक्ष जामयांग सेरिंग नामग्याल भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए सुबह ही अपने पैतृक क्षेत्र में मतदान केंद्र पहुंच गए थे। उन्होंने वोट डालने के बाद मतदान केंद्र के बाहर पत्रकारों से बात भी की।
सासंद ने कहा कि मैं आज सभी को बधाई देना चाहूंगा क्योंकि लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह पहला लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद चुनाव है। मैं यहां के मतदाताओं से अनुरोध करना चाहूंगा कि वे कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रख मतदान केंद्रों में वोट डालें। उन्होंने इस दौरान मतदाताओं से भाजपा के पक्ष में मतदान करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही यहां विकास को गति प्रदान की है। सांसद ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग आज यहां मतदान करने के लिए आ रहे हैं। यह पक्का है कि जीत हमारी ही होगी।
भाजपा सांसद व प्रदेश अध्यक्ष जामयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि कांग्रेस अब 6वीं अनुसूची की बात कर रही है जबकि भाजपा ने यह मांग पहले रखी थी। चुनाव के बाद कांग्रेस इसके बारे में बोल रही है जबकि कांग्रेस 6वीं अनुसूची नहीं ला सकती है। अगर वह ऐसा चाहते तो उसी दौरान करते जब वे सत्ता में थे। वहीं पत्रकारों द्वारा चुनाव-प्रकार में दिल्ली से बड़े नेताओं को बुलाने बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में सांसद ने कहा कि जो पार्टी सरकार में है, वे ही लाएंगे। कांग्रेस को भी राहुल गांधी को यहां लाना चाहिए था, ताकि चुटकुलों को सुनकर हमारे लोगों को हंसी आती। सोनिया गांधी को भी चाहिए था कि यहां आतीं। वे लद्दाख को यूटी बनाने में असमर्थ थे।"
शांतिपूर्वक मतदान प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में अधिकारियों को तैनात किया गया है। कुल 94 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें भाजपा और कांग्रेस पार्टी से 26-26, आम आदमी पार्टी के 19 और निर्दलीय 23 उम्मीदवार शामिल हैं। लेह के अतिरिक्त जिला आयुक्त सोनम चोसजोर ने बताया कि लोग वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों में पहुंच रहे हैं।
छठी लेह काउंसिल के गठन के लिए हो रहे मतदान में जिले के नब्बे हजार के करीब मतदाता 94 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान लेह में हिल काउंसिल की 26 सीटों के लिए हो रहा है। जिले के कुल 89,776 मतदाताओं में से महिला मतदाताओं की संख्या 45,025 है। मतगणना 26 अक्टूबर काे होगी व तीस अक्टूबर तक चुनाव की प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाएगा।
लेह जिले के सभी 294 मतदान केंद्रों में मतदान को कामयाब बनाने के लिए पुख्ता प्रबंध हैं। चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटे मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बंदोबस्त किए गए हैं। नेशनल कांफ्रेंस व पीडीपी हिल काउंसिल चुनाव में हिस्सा नही ले रही हैं। उनके साथ 23 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं।मतदान के दौरान कोरोना की रोकथाम संबंधी प्रबंध भी किए गए हैं। पोलिंग स्टाफ को मास्क, सैनीटाइजर उपलब्ध करवाने के साथ यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि वोट डालने आ रहे लोग कोरोना की रोकथाम संबंधी हिदायतों काे पमरी तरह से पालन करें। सभी मतदान केंद्रों के बाहर धारा 144 लगाई गई है। लेह में मतदान को लेकर अवकाश की घोषणा कर दी गई थी। ऐसे में कस्बों में मतदान केंद्रों से 100 मीटर व गांवों में 200 मीटर के दायरे में आने वाले सभी दुकानों को मतदान के दिन बंद रखा गया है।
हिल काउंसिल के चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच है। भाजपा ने वर्ष 2015 के चुनाव में काउंसिल की 26 सीटों में से 18 सीटें जीतकर अपनी काउंसिल बनाई थी। वहीं कांग्रेस तीन बार लेह हिल काउंसिल का गठन कर चुकी है। वर्ष 2005 में लद्दाख यूनियन टेरेटरी फ्रंट ने हिल काउंसिल चुनाव जीता था।