5th August Celebration: राष्ट्रीय राजमार्ग और सीमांत क्षेत्रों में चौकसी बढ़ी, सुरक्षा बलों की किलाबंदी मजबूत
पांच अगस्त को आतंकियों द्वारा वारदात को अंजाम देने की सूचना पर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा बलों के शिविरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है।जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेना सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान गश्त कर रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दो वर्ष पूरे होने के दिन यानि पांच अगस्त को आतंकियों द्वारा वारदात को अंजाम देने की सूचना पर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा बलों के शिविरों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। करीब तीन सौ किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान गश्त कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई सुरक्षा बलों के शिविर हैं, जिन पर पहले भी आतंकी हमले हो चुके हैं
अकसर यह देखा गया है कि कश्मीर से आतंकी जम्मू की ओर आते हैं और राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा बलों के शिविरों पर आत्मघाती हमले करते हैं। यही कारण है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर औचक नाके लगा कर सुरक्षा बल वाहनों की जांच करने के साथ संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। इसी के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है, ताकि पाकिस्तान से घुसपैठ कर आतंकी इस ओर प्रवेश ना कर पाए। सीमावर्ती क्षेत्रों से शहर की ओर सुबह तड़के दूध और सब्जी लेकर आने वाले वाहनों की जांच करने के बाद ही उन्हें आगे बढ़ने दिया जा रहा है।
प्राय: यह देखने में आता है कि रात के समय घुसपैठ कर आए आतंकी जम्मू शहर की ओर आने वाले वाहन को हाईजैक कर लेते हैं। लिहाजा सीमावर्ती क्षेत्रों से मार्ग पर सेना रात को तारबंदी कर देती है, ताकि कोई भी वाहन बिना जांच के आगे ना बढ़ पाए। एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा बल सतर्क है। जमीन से लेकर आसमान तक हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु के बारे में उन्हें जानकारी मिलती है तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे।