Jammu: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार विजेता डा. चंद्रशेखर ने कहा- देश में एक सांस्कृतिक नीति की जरूरत

फेलोशिप के प्राप्तकर्ता चंद्रशेखर ने इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड कम्युनिकेशन चंडीगढ़ में एक शोध सहायक के रूप में भी काम किया था।वह अगस्त 2013 से सीईवी ड्रामा रिपर्टरी कंपनी चंडीगढ़ के रिपर्टरी प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 02:35 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 02:35 PM (IST)
Jammu: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार विजेता डा. चंद्रशेखर ने कहा- देश में एक सांस्कृतिक नीति की जरूरत
डा. प्रसाद ने कई नाटकों को डिजाइन और निर्देशित किया है। उन्होंने अपने दो नाटक लिखकर उनका मंचन भी किया।

जम्मू, जागरण संवाददाता : नटरंग के नेशनल थिएटर टॉक शो यंग वॉयस ऑफ थिएटर में संगीत नाटक अकादमी के उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार विजेता, थिएटर अभिनेता, निर्देशक और नाटककार डा. चंद्रशेखर प्रसाद ने आज वैश्विक दर्शकों के साथ अपने विचार साझा करते हुए देश में एक सांस्कृतिक नीति की वकालत की।

वरिष्ठ कलाकार नीरज कांत के साथ एक बातचीत में डा. चंद्रशेखर ने थिएटर की अपनी प्रेरणादायक यात्रा के बारे में बताया कि कैसे उन्होंने भारतीय रंगमंच विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से भारतीय रंगमंच में पोस्ट ग्रेजुएशन की और फिर यूजीसी, नेट क्वालिफाई किया और पीएचडी भी किया। पढ़ाई के बाद, उन्होंने निर्देशक के रूप में थिएटर करना शुरू किया और स्वदेशी कला से जुड़ने और कला के कुछ उत्कृष्ट रचनात्मक टुकड़ों को विकसित करने के उद्देश्य से अपने क्षेत्र के कई लोक कलाकारों से मुलाकात की।

इसके अलावा वे वर्ष 2013-14 के लिए चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के सचिव बने रहे और वर्तमान में नाट्यम फिल्म और रंगमंच संस्थान, नई दिल्ली से प्रदर्शन कला के संकाय के रूप में जुड़े हुए हैं। डा. प्रसाद ने कई नाटकों को डिजाइन और निर्देशित किया है। उन्होंने अपने दो नाटक लिखकर उनका मंचन भी किया।

नटरंग के निदेशक बलवंत ठाकुर ने बताया कि यह टॉक शो देश भर में फैले रंगमंच की अत्यधिक प्रशंसित युवा आवाजों की विशेषता है। जिन्होंने समकालीन रंगमंच के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के साथ अपने लिए एक विशिष्ट नाम अर्जित किया है।नटरंग का यह प्रयास राष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान बना चुका है। डा.चंद्र शेखर प्रसाद का परिचय करवाते हुए ठाकुर ने बताया कि बिहार में 1981 में जन्में डा. प्रसाद ने भारतीय रंगमंच विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई की है।

फेलोशिप के प्राप्तकर्ता, चंद्रशेखर ने इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड कम्युनिकेशन, चंडीगढ़ में एक शोध सहायक के रूप में भी काम किया था।वह अगस्त 2013 से सीईवी ड्रामा रिपर्टरी कंपनी, चंडीगढ़ के रिपर्टरी प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं।उन्होंने भारतीय रंगमंच विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय के लिए एक अतिथि संकाय के रूप में भी काम किया है।

कार्यक्रम का प्रबंधन करने वाली नटरंग की समर्पित टीम में नीरज कांत, अनिल टिक्कू, सुमीत शर्मा, संजीव गुप्ता, विक्रांत शर्मा, मोहम्मद यासीन, बृजेश अवतार शर्मा, गौरी ठाकुर और चंद्र शेखर शामिल हैं। 

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