गट्टू डोर के लपेटे में आए दो युवक, बाल-बाल बची जान

एक की हालत गंभीर माथे पर लगे नौ टांके दूसरा के गले पर हुआ जख्म जागरण संवाददाता जम्मू

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 06:37 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:37 AM (IST)
गट्टू डोर के लपेटे में आए दो युवक, बाल-बाल बची जान
गट्टू डोर के लपेटे में आए दो युवक, बाल-बाल बची जान

एक की हालत गंभीर, माथे पर लगे नौ टांके, दूसरा के गले पर हुआ जख्म

जागरण संवाददाता, जम्मू : कासिम नगर इलाके में गट्टू डोर से फंस कर कैटरर की मौत जैसी दो घटनाएं शहर में रविवार को होते-होते बची। गांधी नगर में एक स्कूटी सवार के गले में पतंग की चायनीज डोर फंस गई, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो कर गिर गया। संयोग से उसकी जान बच गई। दूसरी घटना गुज्जर नगर में तवी पुल पर हुई। यहां बाइक सवार युवक के गले में डोर फंसी, लेकिन युवक की खुशकिस्मती से डोर टूट गई, इसलिए उसके गले पर हल्का जख्म हुआ।

गट्टू डोर यानी पतंग उड़ाने वाली चायनीज डोर चीन के हथियार की तरह आसमान में अब भी उड़ रही है। प्रशासन ने इस डोर के बेचने और खरीदने वालों पर कार्रवाई का आदेश तो जारी किया, लेकिन एक भी कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए युवक मस्ती से इस डोर के सहारे पेंच लगा रहे हैं। लेकिन वह डोर कब किसका गला रेत देगा, यह कोई नहीं जानता। रविवार को लास्ट मोड़ का रहने वाला युवक प्रणव गुप्ता अपनी स्कूटी लेकर घर से बाहर निकला ही था कि एक कटी पतंग की गट्टू डोर उसके माथे को रेत दिया। वह लहूलुहान होकर स्कूटी से नीचे गिर गया। यदि वही डोर माथे की जगह गले पर पड़ी होती तो प्रणव की जान जाते देर नहीं लगती। परिजन प्रणव को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसके माथे पर नौ टांके लगाने पड़े। डाक्टरों के कहा कि प्रणव की आंखों के ऊपर गहरा कट लगा है। ऐसा कट गले पर लगता तो मौत निश्चित थी।

वहीं रविवार दोपहर को गुज्जर नगर से बागे बाहू की ओर मोटरसाइकिल पर सवार होकर जा रहा युवक जब तवी पुल के बीच पहुंचा तो अचानक से उसके आगे गट्टू डोर आ गई। संयोग से डोर टूट गई, जिसके कारण युवक के गले पर सिर्फ खरोंच ही लगा और वह असंतुलित होकर गिर गया। उसके दाहिने घुटने पर भी चोट आ गई। तवी पुल पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने युवक को उठाया।

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