Jammu: पेंटिग के जरिए बच्चे दर्शाएंगे नदी के परिदों की दुनियां, दि हिमालयन एवियन की वार्षिक पेंटिंग प्रतियोगिता

वहीं इन सभी युवा कलाकारों का काम पेंटिंग प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा अगली 60 श्रेष्ठ पेंटिंग को भी पेंटिंग प्रदर्शनी में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। परिंदों के रहन सहन से रूबरू कराने के लिए दि हिमालयन एवियन हर साल पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन कराता है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 12:39 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 12:39 PM (IST)
Jammu: पेंटिग के जरिए बच्चे दर्शाएंगे नदी के परिदों की दुनियां, दि हिमालयन एवियन की वार्षिक पेंटिंग प्रतियोगिता
5 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी मिलेगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता: घरों में रह रहे स्कूली बच्चे पेंटिंग कर अपनी कला का प्रदर्शन तो करेंगे ही, वहीं पर्यावरण के मतलब को और बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। क्योंकि 'दि हिमालयन एवियन' की वार्षिक पेंटिंग प्रतियोगिता में बच्चों को अपने-अपने क्षेत्र की नदी और उसमें पाए जाने वाले परिंदों को उकेरना है।

बर्डस आफ माई रीवर थीम पर रखी गई इस प्रतियोगिता में जम्मू कश्मीर में रह रहे पहली से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे भाग ले सकेंगे। तीन श्रेणियों में होने वाली इस प्रतियोगिता में बच्चों को अपने अपने घरों में बैठकर पेंटिंग बनानी होगी। उसके बाद पेंटिंग की फोटाे को हिमालयन एवियन के व्हाटएप पर अपलोड करना होगा।

जिन बच्चों की प्रविष्टियां स्वीकृत होंगी, से बाद में ओरिजनल पेंटिंग भी मंगवा ली जाएंगी। व्हाटसेप की लाइनें 10 अगस्त तक खुली रहेंगी। विभिन्न श्रेणी में विजय चयनित बच्चों को वन्यजीव संरक्षण सप्ताह के दौरान सम्मानित किया जाएगा। 15 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी मिलेगा।

वहीं इन सभी युवा कलाकारों का काम पेंटिंग प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा अगली 60 श्रेष्ठ पेंटिंग को भी पेंटिंग प्रदर्शनी में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। परिंदों के रहन सहन से रूबरू कराने के लिए दि हिमालयन एवियन हर साल पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन कराता है। पिछले साल वेटलैंड बर्डस कनेक्ट दि वर्ल्ड थीम पर हुई प्रतियोगिता में जम्मू कश्मीर से 142 बच्चों ने भाग लिया था।

जम्मू-कश्मीर के हर जिले के बच्चों को प्रतियोगिता में शामिल कराने के लिए दि हिमालय एवियन ने विशेष तैयारी की है। इसके लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। कमेटी के वरिष्ठ सदस्य रिशी पाल का कहना है कि इन दिनों बच्चे घरों पर ही हैं। कला दिखाने का यही सही समय है। इसलिए अधिक से अधिक बच्चों को इस प्रतियोगिता में शिरकत कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 

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