आतंकियों को जंगल में मदद पहुंचाने के शक पर मां-बेटे सहित तीन हिरासत में, सातवें दिन भी गहन तलाशी जारी

रविवार को भट्टा दुरियां के रहने वाले मां-बेटे सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। सूचना मिली है कि इन लोगों ने आतंकियों को जंगल में भोजन और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:17 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:17 PM (IST)
आतंकियों को जंगल में मदद पहुंचाने के शक पर मां-बेटे सहित तीन हिरासत में, सातवें दिन भी गहन तलाशी जारी
राजोरी और पुंछ जिले के वन क्षेत्र में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ जवान शहीद हो गए थे।

जेएनएन, जम्मू : पुंछ और राजौरी जिले के जंगलों में छिपे आतंकियों को मदद पहुंचाने केे शक पर रविवार को भट्टा दुरियां के रहने वाले मां-बेटे सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। सूचना मिली है कि इन लोगों ने आतंकियों को जंगल में भोजन और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया। अब जांच यह की जा रही है कि इन्होंने आतंकियों की बंदूक की नोक पर मदद पहुंचाया या स्वेच्छा से उनकी मदद की। दूसरी तरफ लगातार सातवें दिन भी वन क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पूरा वन क्षेत्र को घेर रखा गया है।

ज्ञात रहे कि बीते सप्ताह राजोरी और पुंछ जिले के वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ जवान शहीद हो गए थे। 11 अक्टूबर को सुरनकोट के जंगल में आतंक विरोधी अभियान के दौरान भीषण मुठभेड़ हो गई थी। आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर गोलाबारी की थी, जिसमें एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद बीते वीरवार की रात को पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में पड़ने वाले नाढ़ खास के जंगल में हुई मुठभेड़ में एक अन्य जेसीओ समेत चार जान शहीद हो गए।

जंगली क्षेत्र में हो चुकी हैं तीन मुठभेड़ें : राजौरी और पुंछ जिले में पड़ते जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद अब तक जंगलों में तीन मुठभेड़ें हो चुकी हैं। पहली बार 11 अक्टूबर को पुंछ के सुरनकोट में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुरक्षा बलों को भारी क्षति पहुंची थी। पांच जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद राजौरी जिले के थानामंडी के जंगल में मुठभेड़ हुई। यहां से आतंकी सुरक्षा बलों को चकमा देकर भाग निकले। उसके बाद तीसरी मुठभेड़ नाढ़ खास के जंगल में वीरवार को हुई। यहां भी सुरक्षा बलों का बड़ा नुकसान हुआ। एक जेसीओ सहित चार जवान शहीद हो गए।

जंगलों की तलाशी में पैरा कमांडोे और हेलीकाप्टर की ली जा रही मदद : राजौरी-पुंछ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक विवेक गुप्ता ने कहा मेंढर से लेकर थानामंडी तक का पूरा वन क्षेत्र सख्त घेरे में है। आतंकी घने जंगल का फायदा उठाकर कर इधर से ऊधर भाग रहे हैं। आतंकियों की तलाश में हेलीकाप्टर की भी मदद ली जा रही है। वहां सेना ने पैरा-कमांडो को तैनात किया है शनिवार को वन क्षेत्र के ऊपर सेना का हेलीकॉप्टर मंडराता देखा गया। जम्मू-राजौरी राजमार्ग पर मेंढर और थानामंडी के बीच चल रहे सघन तलाशी अभियान के मद्देनजर रविवार को तीसरे दिन भी यातायात बाधित रहा।

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