Ramban Accident : हड़ोक से सलाल डैम तक चिनाब को खंगाल डाला, एक सप्ताह बाद भी नहीं मिले तीन शव

हड़ोक से लेकर सलाल डैम तक चिनाब दरिया को खंगाल दिया गयाा लेकिन दरिया में लापता आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार भगत और उनके दो बेटों का कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। दूसरी तरफ उनके परिवार वालों का धैर्य भी अब जवाब देने लगा है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:53 PM (IST)
Ramban Accident : हड़ोक से सलाल डैम तक चिनाब को खंगाल डाला, एक सप्ताह बाद भी नहीं मिले तीन शव
एसडीआरएफ की टीमें चिनाब दरिया में खाक छान रही हैं, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

रियासी, संवाद सहयोगी : रामबन कार हादसे में लापता पिता और दो बेटों की तलाश में एक सप्ताह बाद भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें चिनाब दरिया में खाक छान रही हैं, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। हड़ोक से लेकर सलाल डैम तक चिनाब दरिया को खंगाल दिया गयाा, लेकिन दरिया में लापता आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार भगत और उनके दो बेटों का कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। दूसरी तरफ उनके परिवार वालों का धैर्य भी अब जवाब देने लगा है। ज्ञात रहेे कि घटना की चार दिन बाद राकेश कुमार की पत्नी का शव घटनास्थल के करीब 50 किलोमीटर हड़ोक इलाके में चिनाब से बरामद हुआ था।

गौरतलब है कि 26 जुलाई सोमवार को श्रीनगर से जम्मू जाते समय एक कार रामबन क्षेत्र के मेहाड़ में चिनाब दरिया में गिर कर थी। कार में एक ही परिवार के चार सदस्य सवार थे। कार सहित सभी दरिया में समा गए। कार मेें जम्मू के पलौड़ा निवासी रेलवे पुलिस फोर्स के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार, उनकी धर्मपत्नी आशा देवी और दो बेटे थे। उनमें से आशा देवी का शव 30 जुलाई शुक्रवार को दमनोत कोठरु के हड़ोक इलाके में चिनाब दरिया से बरामद हुआ था।

बाकी लापता तीन लोगों के भी इसी इलाके में मिलने की उम्मीद पर हड़ोक से दरिया के नीचली तरफ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने सोमवार को संयुक्त रूप से खोज अभियान चलाया। टीम के सदस्य दोनों किनारों से पैदल तथा राफ्ट की मदद से पानी के बीच भी तलाश करते हुए कंथान पुल तक पहुंचे, लेकिन लापता लोगों का कुछ अता पता नहीं चला। उसके बाद मंगलवार को कंथान से सलाल डैम तक चिनाब में खोज अभियान चलाया गया, जिसमें राफ्ट और ओवीएम (आउट वोट मोटर) में सवार होकर टीम ने उपकरणों की मदद से चिनाब को खंगाला, लेकिन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चलाएं इस अभियान में भी कोई सफलता नहीं मिल पाई।

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