बारिश थमने से बाढ़ का खतरा टला, लोगों ने ली राहत की सांस
मौसम में बुधवार को सुधार होने से अखनूर में चिनाब के किनारे बसे गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया। मंगलवार को चौदह गांवों पर बाढ़ का खतरा देखकर एसडीआरएफ और पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था।
जागरण संवाददाता, जम्मू : मौसम में बुधवार को सुधार होने से अखनूर में चिनाब के किनारे बसे गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया। मंगलवार को चौदह गांवों पर बाढ़ का खतरा देखकर एसडीआरएफ और पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था। मंगलवार को चिनाब का जलस्तर 30 फीट तक पहुंच गया था जो खतरे से निशान से मात्र दो फीट ही नीचे थे। दूसरी तरफ डुलहस्ती डैम से बुधवार को पानी छोड़ा जाना था, जिससे पूरी संभावना थी कि चिनाब का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा और बाढ़ आना निश्चित था। लेकिन डैम का पानी भी नहीं छोड़ा गया और बारिश भी बुधवार को थमी रही। इससे चिनाब का जलस्तर सामान्य हो गया।
मंगलवार को हुई बारिश के बाद जिस तरह से दरिया चिनाब, उज्ज, तवी आदि नदी नालों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था। उससे प्रशासन और जलस्त्रोतों के आसपास रहने वाले लोगों की चिता बढ़ने लगी थी, लेकिन बुधवार को मौसम में सुधार आने से जल स्तर बढ़ा नहीं, बल्कि सामान्य हो गया। इससे चिनाब और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अलावा चिनाब के किनारे बसे ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए डुलहस्ती डैम से भी पानी छोड़ने की प्रक्रिया को फिलहाल टाल दिया गया है। मंगलवार रात से ही चिनाब का जल स्तर कम होने लगा था। मंगलवार सुबह पहले पहर जब बारिश शुरू हुई तो जलस्त्रोतों के आसपास रहने वालों की चिता बढ़ने लगी, लेकिन दस बजे के करीब बारिश थम गई और जल स्तर आम दिनों के जैसा हो गया। हांलाकि अभी भी सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने लोगों से दरिया और दूसरे जल स्त्रोतों से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दे रखी है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र अनुसार अभी इस सप्ताह बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कई स्थानों पर हल्की तो कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए सभी को अपने तौर पर सतर्क रहना चाहिए।
----- राजमार्ग की स्थिति जानकार ही घर से निकलें
लगातार बारिश की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक कंट्रोल रूम से लोगों को चेतावनी दी है कि यदि कोई सफर पर निकल रहे हैं तो पहले हाईवे की स्थिति की जानकारी हासिल कर लें। दरअसल भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह यातयात ठप हो जाता है। ऐसे में घरों से निकलने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।