नाले पर खुद अतिक्रमण करने लगा नगर निगम, लैंटर डालकर शुरू कर दिया पार्क का निर्माण
न्यू प्लाट में जारी कार्य में नगर निगम ने पहले नाले पर लेंटर डाला उसके बाद नाले से करीब तीन फुट सड़क की ओर से कंक्रीट की नींव खड़ी कर भराई कर दी। नाले के ऊपर पार्क बनाने की योजना का भी लोगों ने विराेध किया
जम्मू, जागरण संवाददाता : नाले पर अतिक्रमण के खिलाफ पिछले दिनों नगर निगम ने शहर में जोरशोर से कार्रवाई की थी। शहरवासियों को सख्त हिदायत दी गई थी कि कोई नाले पर अतिक्रमण करेगा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन नगर निगम ने खुद न्यू प्लाट स्टेट मोटर गैरेजिज में नाले को ढंक कर शहर को स्मार्ट बनाने की पहल शुरू कर दी है। इसका लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। लेकिन इस विरोध को नजरअंदाज किया जा रहा है। यहां तक कि मेयर ने भी इस पर बेतुका बयान दिया। यानी दूसरों को नसीहत खुद मियां फजीहत।
न्यू प्लाट में जारी कार्य में नगर निगम ने पहले नाले पर लेंटर डाला, उसके बाद नाले से करीब तीन फुट सड़क की ओर से कंक्रीट की नींव खड़ी कर भराई कर दी। नाले के ऊपर पार्क बनाने की योजना का भी लोगों ने विराेध किया, लेकिन नाले के बीच में पीलर देकर बिल्डिंग खड़ी की जा रही है। सड़क की ओर से जो पीलर दिए गए हैं। उसके नीचे जल शक्ति विभाग के कई पाइप गुजर रहे हैं। चारों तरफ से पीलर उठा दिए गए हैं। यहां बिजली के खंभे और उसके आगे तीन-चार ट्रांसफारमर भी हैं। ऊपर बिजली की हाई टेंशन तार भी गुजर रहे हैं।
नीय लोगों के विरोध को नजरअंदाज किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का प्रतिनिधिमंडल मेयर, नगर निगम आयुक्त और पूर्व विधायक से भी मिले, लेकिन किसी ने समस्याओं को सुनने में रुचि नहीं दिखाई। मेयर ने तो साफ कह दिया कि जब काम कारपारेटर की मर्जी से हो रहा है तो लोगों को क्या परेशानी है। चुना हुआ कारपोरेटर जो करवा रहा है, वही ठीक है। वहीं नगर निगम आयुक्त प्रतिनिधिमंडल से मिली ही नहीं। पूर्व मंत्री और स्थानीय विधायक ने भी लोगों की समस्या का निवारण करने में कोई रुचि नहीं दिखाई। स्थानीय निवासी ज्ञान सिंह ने कहा कि माेहल्ले के लोगों ने कई बार प्रदर्शन भी किए, लेकिन सरकार ने हो रहे गैर जिम्मेदाराना कार्य को बंद करने का आदेश नहीं दिया।
पहले बनी थी नाले पर पार्किंग की योजना : न्यूप्लाट के लोगों की पार्किंग की परेशानी को देखते हुए स्टेट मोटर गैरेजिज लेन के करीब एक पांच सौ मीटर नाले पर पार्किंग बनाने का योजना बनी थी, जिसका लोगों ने स्वागत किया था, लेकिन अचानक स्मार्ट सिटी के नाम पर फंडिंग बढ़ी और पार्किंग की जगह नाले पर पार्क, आडिटोरियम आदि बनाने का काम शुरू हो गया। इससे सड़क की चौड़ाई भी कम हो गई और लोगों का वहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। ऊपर आर्मी एरिया है, जिसके चलते सेना के बड़े वाहन निकलने में भी भारी परेशानी हो रही है।
आए दिन यहां जाम लगा रहता है। पहले वहां से तीन गाड़ियां एक साथ निकल जाया करती थीं, लेकिन अब एक गाड़ी निकलने के बाद ही दूसरी का निकलना संभव हो सकता है। स्थानीय निवासी सीपी सिंह राजू ने कहा कि गांधीनगर और दूसरे कई क्षेत्रों में तो पहले से चौड़ी सड़कों और चौड़ा किया जा रहा, लेकिन न्यू प्लाट की तंग सड़कों को और तंग किया गया है। लोगों को सुविधाएं देने के बजाय परेशान किया जा रहा है।
मेयर ने फिर दिया बेतुका बयान : मेयर चंद्र मोहन गुप्ता से जब नाले पर हो रहे निर्माण कार्य की बात कही तो उन्होंने साफ कहा कि क्षेत्र के खिलाफवर्जी इंस्पेक्टर को कार्रवाई करनी चाहिए। जब उन्हें बताया गया कि काम नगर निगम करवा रही है तो उन्होंने कहा कि नाले तो शहर भर में कवर किए जा रहे हैं। किसी को परेशानी है तो वह कोर्ट में जा सकता है। नगर निगम आयुक्त से बोलो, मेरे बस में कुछ नहीं है। लोगों को जो करना है करते रहें, हमें फर्क नहीं पड़ता। स्थानीय लोगों का कहना है कि जो काम लोगों काे पहली नजर में देखने पर ही गलत दिख रहा है, वो प्रशासनिक अधिकारियों को क्यों नहीं दिख रहा।