Jammu Theatre: नाटक "आत्मनिर्भर" से बताया युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होना
विजय मल्ला नुक्कड़ नाटक का मंचन कर समाज में बदलाव लाने और युवाओं को जागरूक करने के लिए हर सोमवार को नाटक का मंचन करते हैं। उनके नाटक का विषय सामाजिक होता है। समाज की हर तरह की विसंगतियों को विजय मल्ला का नुक्कड़ नाटक रेखांकित करता है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : एक साथ रंग मंडल की ओर से मंडे थियेटर श्रृंखला की 407वीं कड़ी में युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की सीख दी। नाटक का मंचन रामपुरा पार्क, गांधी नगर में किया गया, जिसका निर्देशन विजय मल्ला ने किया।
आत्मनिर्भर नाम के इस नाटक में युवाओं का एक दल बताया गया जो एक सेवानिवृत्त शिक्षक के पास पहुंचते हैं और उनसे पूछते हैं कि वह क्या करें। वह शिक्षक युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की सलाह देता है। शिक्षक युवाओं को बताया है कि सबसे पहले अपने जीवन का लक्ष्य तय करें और उसके बाद उस लक्ष्य को पूरा करने का श्रम करें। शिक्षक युवाओं को बताता है कि जीवन में कुछ मुश्किल नहीं है।
अपनी कमाई और खर्च में तालमेल बनाकर रखें। तय से ज्यादा जल, प्राकृतिक खनिज का इस्तेमाल करने से वह भी कम हो जाते हैं, इस तरह अपनी आय व आकांक्षाओं को भी सीमित रखें, ताकि जीवन में कभी कमी महसूस न हो। वह युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए अपने अंदर छिपे हुनर को बाहर निकालने व उसे तराशने की सलाह भी युवाओं को देता है। नाटक में सिया शर्मा, मानसी शर्मा, माही, संजना, विशाल मगोत्रा, शालू, शिवम, आरवी, प्रीति, प्रमोद चौधरी, मोहित शर्मा, विशाल ललोत्रा और विजय मल्ला ने अभिनय किया।
ज्ञात रहे कि विजय मल्ला नुक्कड़ नाटक का मंचन कर समाज में बदलाव लाने और युवाओं को जागरूक करने के लिए हर सोमवार को नाटक का मंचन करते हैं। उनके नाटक का विषय सामाजिक होता है। समाज की हर तरह की विसंगतियों को विजय मल्ला का नुक्कड़ नाटक रेखांकित करता है।