Jammu And Kashmir: जान बचाने के लिए शौचालयों और बरसाती नालों में छिप रहे आतंकी

Jammu And Kashmir जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि एक मामले में तो आतंकी शौचालय के लिए बनाए गए टैंक में छिपे थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में एक शौचालय के नीचे आतंकियों ने छिपने का ठिकाना बनाया था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:44 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 09:53 PM (IST)
Jammu And Kashmir: जान बचाने के लिए शौचालयों और बरसाती नालों में छिप रहे आतंकी
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। Jammu And Kashmir: सुरक्षाबलों से अपनी जान बचाने के लिए आतंकी अब नए-नए तरीके खोज रहे हैं। यहां तक कि रसोईघर, शौचालयों और बरसाती नालों में ठिकाने बनाकर छिपने की जुगाड़ लगा रहे हैं। इसके बावजूद सुरक्षाबल खोज-खोजकर दहशतगर्दो का खात्मा कर रहे हैं। दरअसल, अब वह जमाना बीत चुका है, जब आतंकियों को कश्मीर में स्थानीय लोगों के बीच रहकर आसानी से छिपने की जगह मिल जाती थी। तब उन्हें छिपने के लिए कोई अलग से ठिकाना नहीं बनाता पड़ता था। अब स्थानीय लोग आतंकियों को दुत्कार कर भगा देते हैं। जब भी कोई आतंकी किसी गांव में छिपने या अपने किसी सूत्र के यहां पहुंचता है तो इसकी भनक सुरक्षाबलों को लग जाती है। इसके बाद गांव को घेरकर आतंकी को वहीं ढेर कर दिया जाता है। इसलिए आतंकी भी यह समझ गए हैं कि लोगों के बीच छिपना उनके लिए मौत को गले लगाना है। इन हालात में ही वह अब शौचालयों और बरसाती नालों में ठिकाने बनाकर छिप रहे हैं।

पिछले कुछ महीनों में मुठभेड़ों के दौरान कई आतंकियों को गांवों में घेरकर मारा गया है। ऐसे में आतंकी अब बरसाती नालों या घने जंगलों में जमीन खोदकर बंकर बना रहे हैं। इसके अलावा भी आतंकी सुरक्षाबलों से छिपने के लिए वैकल्पिक तरीके अपना रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि एक मामले में तो आतंकी शौचालय के लिए बनाए गए टैंक में छिपे थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में एक शौचालय के नीचे आतंकियों ने छिपने का ठिकाना बनाया था। तलाशी अभियान के दौरान देखा गया कि शौचालय के पास ताजा सीमेंट लग हुआ था।

शक के आधार पर टाइलों और सीमेंट को हटाकर खोदाई की तो नीचे छिपे आतंकियों ने फायरिंग कर दी। यहां मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकी ढेर किए गए थे। यह घटना इसी साल मार्च की है। सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल के कर्नल एके सिंह के अनुसार, आतंकियों ने जिस नाले में भूमिगत बंकर बनाया था, उसमें अक्सर बाढ़ आती रहती है। इस नाले में पानी का बहाव बहुत तेज रहता है। इसी तरह का एक बंकर लाबीपोरा शोपियां में मिला था। यहां आतंकियों ने लोहे के बॉक्स से घेरकर नदी में बंकर बना रखा था। इसमें हवा के लिए सिर्फ एक पतला से पाइप बाहर निकाल रखा था।

छह बार तलाशी के बाद मिले आतंकी 

गत वर्ष पुलवामा-शोपियां सीमा पर लस्सीपोरा क्षेत्र में भी शौचालय के टैंक में आतंकी छिपे थे। जिस घर में आतंकी छिपे थे, उसकी छह बार तलाशी ली गई। इसके बावजूद कुछ नहीं मिला था, लेकिन सुरक्षाबलों को आतंकी होने की पक्की सूचना थी। आखिर, शौचालय के टैंक की खोदाई की तो उसमें दो आतंकी छिपे हुए थे।

अतिरिक्त दीवारों के पीछे भी आतंकी

डीजीपी के मुताबिक, इसी तरह दक्षिण कश्मीर ऐसे कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया जहां रसोईघरों, बेडरूम और अन्य कमरों में अतिरिक्त दीवारें बनाकर इनके पीछे आतंकियों को छिपाया जाता रहा।

ड्रोन से खोजे जा रहे आतंकी ठिकाने

सेना के अधिकारी ने बताया कि सेना ड्रोन की मदद से आतंकियों के भूमिगत ठिकानों का पता लगा रही है। हाल ही में एक पानी के चश्मे (जलाशय) के पास आतंकी ठिकाने का पता चला था। यह ठिकाना आतंकी जुबैर वानी वाले गु्रप के आतंकियों ने बनाया था। इसे मजबूती देने के लिए स्टील शीट से कवर दिया था। जुबैर इसी साल जून महीने में मुठभेड़ में मारा गया है।

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