Jammu Crime News: अरनिया में चोरों का आतंक जारी, चार दिनों में चोरी की दूसरी वारदात, 10 दुधारू मवेश चोरी
अरनिया किसान यूनियन के प्रधान कमलजीत सिंह सैनी ने कहा है कि क्षेत्र में क्राइम का ग्राफ इतना ऊपर बढ़ गया है कि लोगों का जीना दुश्वार हुआ है। आखिरकार किसान के पास होता क्या है खेत खलियान और उनके मवेशी यही संपत्ति होती है।
बिश्नाह, संवाद सहयोगी। तीन दिन पहले अरनिया से चंपा देवी के घर से चोरों ने चुराई गई पांच दुधारू गायों का पुलिस पता नहीं लगा पाई है और मंगलवार की मध्यरात्रि फिर चोरों ने गांव महाशय दे कोठे से पांच दुधारू मवेशी चुरा लिए हैं जिससे किसानों की कमर टूट गई। किसानों ने पुलिस की सुस्त कार्यप्रणाली के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए कहा है कि अरनिया पुलिस आठ बजे ही सो जाती है और चोर जाग जाते हैं।
अरनिया किसान यूनियन के प्रधान कमलजीत सिंह सैनी ने कहा है कि क्षेत्र में क्राइम का ग्राफ इतना ऊपर बढ़ गया है कि लोगों का जीना दुश्वार हुआ है। आखिरकार किसान के पास होता क्या है खेत खलियान और उनके मवेशी यही संपत्ति होती है। खेत खलियान तो ओलावृष्टि से उजड़ गए थे लेकिन अब लोगों के घरों में बंधे दुधारू मवेशी भी सुरक्षित नहीं है। चोर जब चाहे आराम से चोरी कर निकल रहे हैं और पुलिस शाम आठ बजे ही थाने का गेट लॉक करके अंदर गहरी नींद सो जाती है। उसे कुछ नहीं फर्क पड़ता कि किसान किस तरह लुट रहा है ।
वही पीड़ित किसान गारू राम पुत्र बचन लाल ने कहा कि चार दिन पहले अरनिया कस्बे से चंपा देवी के घर से पांच दुधारू मवेशी चुराए गए थे तब भी लोगों ने पुलिस को चारों तरफ नाके लगाने की बात कही थी कि क्षेत्र में चोरियां ना हो लेकिन कागजों में तो पुलिस ने शिब्बू चक, करेयाल, रठाना, अल्ला में नाके लगाए हुए हैं जबकि हकीकत में क्षेत्र में कोई नाका नहीं है क्योंकि चोर इतने आराम से चोरी करके निकल जा रहे हैं। इसमें या तो पुलिस की मिलीभगत है तभी इतनी आसानी से चोर आते हैं और गाड़ी में जानवर भरते हो निकल जाते हैं। पुलिस अगर अपनी पर आए तो हम घर से सब्जी लेने भी जाते हैं तो हमें चालान कर देते हैं लेकिन चोर गाड़ी लेकर आते हैं लोगों के घरों से मवेशी चुराते हो और निकल जाते हैं। ऐसा पुलिस की मिलीभगत से ही संभव है।
अरनिया थाना प्रभारी बाहर गश्त बढ़ाने के बजाय कुम्भकर्णी नींद सो रहे है ।किसानों की धरोहर सिर्फ मवेशी और खेती होती है जब वही सुरक्षित नहीं रहे तो किसान कैसे सुरक्षित रहेंगे इसलिए हम पुलिस के आला अधिकारियों से मांग करते हैं कि यहां कोई ऐसा थानेदार भेजो जो लोगों के हित के लिए काम करे। जो आठ बजे ही गेट बंद करके गहरी नींद में सो जाएं ऐसे थानेदारों की हमें जरूरत नहीं क्योंकि लोगों के घरों में चोरियां हो रही हैं। पुलिस सो रही है यह हमें बर्दाश्त नहीं है क्षेत्र के लोगों ने थाने के बाहर आकर पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है क्योंकि एक हफ्ते में में दर्जन भर मवेशी चोरी हो चुके हैं और लोगों में दहशत है।