Kashmir: श्रीनगर के बाहरी इलाके लासजन में मिले संदिग्ध बैग ने सुरक्षाबलों के होश उड़ाए
सूचना के आधार पर सेना बीएसएफ और एसओजी के जवान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को बंद करते हुए आसपास के इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। सड़क किनारे एक बैग और कपड़ों की दो पोटलियां पड़ी हुई थी।
श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर को लेकर आज नई दिल्ली में पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने जा रही सर्वदलीय बैठक के बीच आतंकवादी संगठन कश्मीर में कोई हमला न कर दें इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। खुफिया एजेंसी का कहना है जम्मू-कश्मीर के लिए अगले 48 घंटे काफी संवेदनशील है। आतंकी संगठनों के मंसूबों को नाकामयाब बनाने के लिए सुरक्षाकर्मी पूरी मुस्तैदी बनाए हुए हैं। ऐसे में मध्य कश्मीर के जिला श्रीनगर के लासजन बाईपास इलाके में आज वीरवार सुबह जब सुरक्षाबलों को किसी संदिग्ध वस्तु केे देखे जाने की सूचना मिली तो उनके होश उड़ गए।
सूचना के आधार पर सेना, बीएसएफ और एसओजी के जवान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को बंद करते हुए आसपास के इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। सड़क किनारे एक बैग और कपड़ों की दो पोटलियां पड़ी हुई थी। देखते ही सुरक्षाबलों को लगा कि आतंकवादियों ने किसी बड़े हमले को अंजाम देने के लिए आइईडी लगाई है। खतरे को भांपते हुए बम निष्क्रिय दस्ते को मौके पर बुला लिया गया।
दल में शामिल जवानों ने भी बैग और उसके पास पड़ी पटोलियों की अच्छे से जांच की। किसी भी आइईडी के होने की पुष्टि नहीं हुई। इसके बावजूद जवानों ने बड़ी कुशलता से बैग को खोला और उसकी जांच शुरू कर दी। बैग में कपड़े भरे हुए थे। जांच पूरी होने पर जब यह पुष्टि हो गई कि हाईवे के पास आइईडी नहीं लगाया गया है, तो सुरक्षाबलों ने राहत की सांस ली।
दरअसल नई दिल्ली में आज होने वाली सर्वदलयीय बैठक को लेकर खुफिया एजेंसियों को यह सूचना मिली है कि दो सालों में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने जा रही जम्मू-कश्मीर के राजनीति दलों की बैठक काफी महत्वपूर्ण है। इसमें खलल डालने के लिए आतंकवादी संगठन किसी भी हद तक जा सकते हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी सुरक्षाबलों को किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन आसान हमलों यानी आम लोगों को भी अपना निशाना बना सकते हैं।