पाक उच्च आयोग के लिए जासूसी करता था देविंदर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने निलंबित डीएसपी देविदर सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट्स का पासवर्ड तोड़ दिया है। पाकिस्तानी उच्च आयोग देविदर का इस्तेमाल कश्मीर की संवेदनशील जानकारियां लेने के लिए कर रहा था।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर पुलिस का निलंबित डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्च आयोग को खुफिया जानकारी देता था।
इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने निलंबित डीएसपी देविदर सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट्स का पासवर्ड तोड़ दिया है। पाकिस्तानी उच्च आयोग देविदर का इस्तेमाल कश्मीर की संवेदनशील जानकारियां लेने के लिए कर रहा था। इसके लिए पाक उच्च आयोग के कुछ सदस्यों ने उसे विशेष रूप से तैयार किया था। सोशल मीडिया अकाउंट खंगालने से इसके पुख्ता सुबूत मिले हैं कि देविदर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए कश्मीर में जासूसी कर रहा था।
इस समय जम्मू की जेल में बंद निलंबित डीएसपी के खिलाफ हाल ही में एनआइए ने आरोप पत्र दायर किया था। इस आरोप पत्र में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सईद नवीद मुश्ताक, गांदरबल के आतंकी रफी अहमद राथर, ओवरग्राउंड वर्कर इरफान शफी मीर उर्फ एडवोकेट, आतंकी नवीद के भाई सईद इरफान अहमद और नियंत्रण रेखा के आर-पार व्यापार करने वाले तनवीर अहमद वानी का नाम शामिल था।
पाक उच्च आयोग के अधिकारी कश्मीर में हिसा भड़काने और लोगों को उकसाने के लिए सेमीनार करवाने के लिए पैसा देते थे। अलगाववादियों को भी शह दी जाती थी। एनआइए ने इस सबका जिक्र आरोप पत्र में किया है।
देविदर सिंह गिरफ्तारी के समय श्रीनगर में पुलिस की एंटी हाइजैकिग विग में तैनात था। इस वर्ष 11 जनवरी को श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर काजीगुंड के निकट निलंबित डीएसपी देविदर को हिजबुल मुजाहिदीन के कुख्यात आतंकी सईद नवीद मुश्ताफ उर्फ नवीद बाबू और एक अन्य आतंकी रफी अहमद राथर के साथ गिरफ्तार किया गया था। एडवोकेट इरफान शफी मीर उनकी कार को चला रहा था।