मास प्रमोशन से कम मानने को तैयार नहीं 10वीं में फेल विद्यार्थी

जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा में फेल घोषित विद्यार्थियों के प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है। वे मास प्रमोशन से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। जब सीबीएसई ने सभी विद्यार्थियों को पास किया है तो जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड को विद्यार्थियों को फेल करने का क्या औचित्य है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 06:22 AM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 06:22 AM (IST)
मास प्रमोशन से कम मानने को तैयार नहीं 10वीं में फेल विद्यार्थी
मास प्रमोशन से कम मानने को तैयार नहीं 10वीं में फेल विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा में फेल घोषित विद्यार्थियों के प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है। वे मास प्रमोशन से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। जब सीबीएसई ने सभी विद्यार्थियों को पास किया है तो जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड को विद्यार्थियों को फेल करने का क्या औचित्य है।

विद्यार्थियों ने बुधवार को महाराजा हरि सिंह पार्क में प्रदर्शन किया। हाथों में बैनर पकडे़ इन विद्यार्थियों ने बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की। विद्यार्थियों का कहना था कि वह इतने दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। जल्द उपराज्यपाल मामले में हस्तक्षेप करें और उन्हें मास प्रमोशन देकर अगली क्लास में दाखिला लेने की अनुमति दें। विद्यार्थियों का कहना था कि जब तक उन्हें मास प्रमोशन नहीं मिल जाती। प्रदर्शन का दौर इसी तरह चलता रहेगा। उनका कहना था कि कोरोना के चलते वह पढ़ नहीं सके। उनके पास ऐसी कोई सुविधा भी नहीं थी कि उन्हें कोई मदद मिल पाती। मोबाइल तक भी न होने के कारण उन्हें वर्ष भर परेशानियों का सामना करना पड़ा है। प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कहा कि एक तरफ तो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे दिए जाते हैं और दूसरी तरफ फेल कर बेटियों को मरने का विवश किया जा रहा है। विद्यार्थियों ने बोर्ड के नतीजे तैयार करने के तरीके पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया। उनका कहना है कि किसी एक पेपर में फेल होने का यह मतलब नहीं है कि दूसरे विषय भी फेल हो जाएं।

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