Jammu Kashmir: दाखिला न मिलने पर बाहरी राज्यों का रुख कर रहे हैं विद्यार्थी

अब विद्यार्थी जम्मू विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की तरफ रुख कर रहे हैं। कई विद्यार्थियों ने दूसरे राज्यों पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश में प्राइवेट कालेजों की तरफ रुख किया है। बारहवीं कक्षा में मास प्रमोशन के कारण विद्यार्थियों का मेरिट काफी अधिक रहा।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:10 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:10 PM (IST)
Jammu Kashmir: दाखिला न मिलने पर बाहरी राज्यों का रुख कर रहे हैं विद्यार्थी
इस समय जम्मू विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में दाखिला प्रक्रिया चल रही है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। डिग्री कालेजों में हजारों की संख्या में विद्यार्थियों को दाखिला नहीं मिल पाया है। इसलिए विद्यार्थियों ने दूरस्थ शिक्षा के जरिए पढ़ने और दूसरे राज्यों की तरफ किया रुख कर लिया है। इस बार मेरिट अधिक रहने के कारण दो हजार से अधिक विद्यार्थियों को दाखिला नहीं मिल पाया है।

अब विद्यार्थी जम्मू विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की तरफ रुख कर रहे हैं। कई विद्यार्थियों ने दूसरे राज्यों पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में प्राइवेट कालेजों की तरफ रुख किया है। बारहवीं कक्षा में मास प्रमोशन के कारण विद्यार्थियों का मेरिट काफी अधिक रहा। इस कारण अस्सी फीसद से अधिक अंक आने के बावजूद विद्यार्थियों को आर्ट्स स्ट्रीम में दाखिला नहीं मिल पाया है। इस समय जम्मू विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। बीए व बीकाम में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी बढ़ गई है।

विश्वविद्यालय ने जम्मू विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजूकेशन विभाग में बीए व बीकाम के पहले सेमेस्टर में दाखिले के लिए अंतिम तिथि को बढ़ा दिया गया है। विद्यार्थी 320 रुपये की लेट फीस के साथ 21 अक्टूबर से लेकर 27 अक्टूबर 2021 तक आवेदन कर सकते हैं। उसके बाद 2910 रुपये की लेट फीस के साथ 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2021 तक आवेदन किया जा सकता है। वहीं पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ के प्राइवेट कालेजों की तरफ विद्यार्थियों ने रुख किया है। इस समय क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू में आरक्षित वर्ग के लिए दूसरी दौर की काउंसलिंग हो रही है। जिस तरह से विद्यार्थियों को आश्वासन दिया था कि सीटों को बढ़ाया जाएगा, वैसा हुआ नहीं है अलबत्ता दूसरे दौर में कुछ विद्यार्थियों को दाखिला जरूर मिला है। अब भी विद्यार्थी सीटें बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठन भी इस मांग को उठा रहे लेकिन सत्तर साठ से लेकर अस्सी फीसद वाले एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने बाहरी राज्यों का रुख कर लिया है।

chat bot
आपका साथी