पांचवें शहीदी दिवस पर रठाना में गुरनाम सिंह की प्रतिमा स्थापित, बीएसएफ के जवानों ने दिया गार्ड ऑफ आनर

शहीदी दिवस पर गांव रठाना स्थित शहीद चौक पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 173वीं वाहिनी की ओर से गार्ड ऑफ आनर दिया गया व सुरक्षा बल के बैंड ने गीत भी प्रस्तुत किए गए।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:07 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:07 PM (IST)
पांचवें शहीदी दिवस पर रठाना में गुरनाम सिंह की प्रतिमा स्थापित, बीएसएफ के जवानों ने दिया गार्ड ऑफ आनर
शहीद जवान गुरनाम सिंह को शुक्रवार को पांचवें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई।

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी : सीमा सुरक्षा बल के शहीद जवान गुरनाम सिंह को शुक्रवार को पांचवें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। पांच साल पहले 22 अक्टूबर को सांबा सेक्टर की अग्रिम सुरक्षा चौकी बोबिया में गुरनाम सिंह ने सीमा पर आतंकवादियों से लड़ते हुए शहादत का जाम पिया था। शहीदी दिवस पर गांव रठाना स्थित शहीद चौक पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 173वीं वाहिनी की ओर से गार्ड ऑफ आनर दिया गया व सुरक्षा बल के बैंड ने गीत भी प्रस्तुत किए गए।

पूर्व मंत्री चौ. शाम लाल, पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा, डीडीसी सदस्य सुचेतगढ़ तरनजीत सिंह टोनी, नगरपालिका चेयरमैन आरएसपुरा सतपाल पप्पी, भाजपा नेता बृजेश्वर सिंह सहित शहीद के माता-पिता, पूर्व सरपंच कुलवीर सिंह आदि ने शहीद को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद गुरनाम सिंह चौक पर शहीद की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया। पूर्व मंत्री चौ. शाम लाल ने कहा कि शहीद देश की धरोहर हैं। वे पूजनीय हैं। उन्होंने कहा कि लगातार हमारे जवान सीमा पर डटे हुए हैं, जिस कारण हम लोग सुरक्षित हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि इन जवानों के कारण हमारी देश की सीमाएं तो सुरक्षित हैं, पर हमारे देश को अंदरूनी ताकतों से खतरा है। हम सबको भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है।

पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आरएसपुरा एक ऐसा क्षेत्र है, जहां के युवा सबसे ज्यादा सेना व अर्द्ध सैनिक बलों में देश की रक्षा में तैनात हैं। इसी क्षेत्र के काफी युवा अब तक अपने देश के लिए प्राण न्यौछावर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यह शहीद हमारे लिए प्ररेणा स्रोत हैं। युवाओं को चाहिए कि वे इनसे प्ररेणा लेकर देश सेवा के लिए आगे आएं। उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि देश पर शहीद होने वाले गुरनाम सिंह की प्रतिमा स्थापित करने में सरकार व प्रशासन का कोई योगदान नहीं रहा।

शहीद के परिवार ने स्वयं पैसा खर्च कर शहीद का स्मारक बनाया। डीडीसी सदस्य तरनजीत सिंह ने कहा कि गुरनाम सिंह जैसे शहीद जवानों के कारण हम लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार के लिए हम सबको आगे रहना चाहिए। उनको जब भी जरूरत पड़े हमें तैयार रहना चाहिए। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल की 173वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट संजय कुमार की ओर से शहीद की माता को शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर शहीद की याद में लंगर का भी आयोजन किया गया।

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