Amarnath Yatra 2020: कोरोना महामारी के बीच कैसे होगी अमरनाथ यात्रा, आज बताएगी प्रदेश सरकार
ऐसे में अगर वार्षिक अमरनाथ यात्रा करवाई जाती है तो इससे बाहरी राज्यों से श्रद्धालु आएंगे। सरकार सड़क मार्ग से रोजाना 500 श्रद्धालुओं को आने की अनुमति दे रही है।
जम्मू, जेएनएफ: जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अनलाक-2 के बीच बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों में भी कई संक्रमित पाए जा रहे हैं। ऐसे हालात में इस साल श्री बाबा अमरनाथ जी की वार्षिक यात्रा कैसे होगी?, श्रद्धालुओं के ठहरने की क्या व्यवस्था होगी?, जो बाहरी राज्यों से श्रद्धालु आएंगे, उनकी कोविड-19 जांच के लिए क्या प्रबंध किए जाएंगे और अगर कोई श्रद्धालु संक्रमित पाया जाता है तो उसके उपचार को लेकर क्या प्रबंध किए गए है? यात्रा मार्ग पर बर्फ हटाने तथा वहां श्रद्धालुओं के लिए क्या सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी? इन सभी सवालों पर प्रदेश सरकार आज शनिवार को जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच में अपना पक्ष रखेगी।
पूरे देश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच इस बार वार्षिक यात्रा न करवाने की मांग को लेकर एडवोकेट सचिन शर्मा ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। एडवोकेट सचिन शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार सीमित अवधि के लिए ही सहीं यात्रा करवाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अनलॉक-2 में भी सभी धार्मिक स्थल व यात्राएं बंद है। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा भी बंद है। ऐसे में अगर वार्षिक अमरनाथ यात्रा करवाई जाती है तो इससे बाहरी राज्यों से श्रद्धालु आएंगे। सरकार सड़क मार्ग से रोजाना 500 श्रद्धालुओं को आने की अनुमति दे रही है। ऐसे में अगर इन श्रद्धालुओं में कोई संक्रमित पाया जाता है तो इससे यात्रा में शामिल अन्य श्रद्धालु भी खतरे में आ जाएंगे।
लिहाजा बेहतर है कि इस साल यात्रा न कराई जाए। इस पूरे मामले पर हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच ने सरकार से यात्रा प्रबंधों पर रिपोर्ट तलब की है और आज शनिवार दाेपहर तक जम्मू-कश्मीर के एडिशनल एडवोकेट जनरल असीम साहनी सरकार की ओर से यात्रा आयोजित करने के लिए किए जा रहे प्रबंधों पर बेंच को अवगत करवाएगे।
भगवती नगर स्थित यात्रा निवासी में हो रहा श्रद्धालुओं को ठहराने का प्रबंध
वार्षिक अमरनाथ यात्रा को लेकर हालांकि सरकार की ओर से अधिकारिक स्तर पर अभी तक कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है और न ही यह तय है कि यात्रा पहलगाम मार्ग से कराई जाएगी या बालटाल मार्ग से लेकिन ऐसी संभावना है कि 21 जुलाई से यात्रा बालटाल मार्ग से होगी और सड़क मार्ग से रोजाना 500 श्रद्धालुओं को जत्थे में रवाना किया जाएगा। ऐसे में इन श्रद्धालुओं को जम्मू में ठहराने के लिए भगवती नगर स्थित यात्री निवास में प्रबंधों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहीं से यात्रा का जत्था रवाना होगा।
इन जिलों से होकर गुजरेंगे श्रद्धालु
जम्मू संभाग-सभी जिले ओरेंज जोन
कठुआ सांबा जम्मू ऊधमपुर रामबनकश्मीर संभाग : सभी जिले रेड जोन
कुलगाम अनंतनाग पुलवामा श्रीनगर गांदरबल