Srinagar-Leh Highway: श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग खुला, पहले दिन जरूरी सामान से लदे वाहन ही भेजे गए
आज ब्रिगेडियर आशीष गंभीर और प्रोजेक्ट बीकन के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर इंद्र कुमार जग्गी की मौजूदगी में बीकन के इंजीनियरों व श्रमिकों ने जोजिला दर्रे से गुजरने वाली सड़क के विभिन्न् हिस्सों से बर्फ हटाते हुए उसे किसी तरह वाहनों के आवागमन योग्य बनाया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग खुल गया, लेकिन कोई भी यात्री वाहन करगिल अथवा लेह नहीं गया। सिर्फ जरुरी साजो सामान और सब्जियों से लदे छोटे वाहनों को ही जोजिला दर्रा पार करने की अनुमति मिली। आज 12 छोटे वाहन श्रीनगर से करगिल पहुंचे हैं।
आपको बता दें कि 434 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग सर्दियों मे यातायात के लिए बंद कर दिया जाता है। इस मार्ग पर सोनमर्ग से आगे जोजिला दर्रा है जो एक तरह से केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश को केंद्र शासित लद्दाख प्रदेश से अलग करने वाली एक प्राकृतिक दीवार या फिर दोनों का जोड़ने वाला एक प्राकृतिक संपर्क भी कहा जा सकता है।
जोजिला दर्रा पर करीब 20-25 फुट बर्फ सर्दियों में जमा रहती है। जाेजिला दर्रा बंद होने के बाद लद्दाख प्रांत का शेष दुनिया से सड़क संपर्क पूरी तरह कट जाता है।
आज ब्रिगेडियर आशीष गंभीर और प्रोजेक्ट बीकन के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर इंद्र कुमार जग्गी की मौजूदगी में बीकन के इंजीनियरों व श्रमिकों ने जोजिला दर्रे से गुजरने वाली सड़क के विभिन्न् हिस्सों से बर्फ हटाते हुए उसे किसी तरह वाहनों के आवागमन योग्य बनाया। सड़क को खाेलने के बाद ब्रिगेडियर आशीष गंभीर और ब्रिगेडियर इंद्र कुमार जग्गी ने हरी झंडी दिखाकर 12 वाहनों को करगिल व लेह के लिए रवाना किया।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस मार्ग को आम यात्री वाहनों के लिए खाेलने में अभी कुछ और दिन का समय लिया जाएगा। फिलहाल, आवश्यक साजो सामान स लदे वाहनों को ही आवश्यक्तानुरुप और वह भी मौसम के अनुकूल होने के आधार पर श्रीनगर से करगिल व लेह के लिए जाने दिया जाएगा।