Jammu: शिक्षा निदेशालय के आदेशों को नहीं मान रहे कुछ स्कूल, बच्चों से मांग रहे हैं दाखिला फीस

शिक्षा निदेशक ने उन स्कूलों को भी खबरदार किया था जो बच्चों से वार्षिक व दाखिला फीस मांग रहे थे। शिक्षा निदेशक ने स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वे सिर्फ बच्चों से मासिक टयूशन फीस ही लें। वार्षिक फीस लेने का फैसला स्कूल खुलने के बाद लिया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 10:24 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 10:24 AM (IST)
Jammu: शिक्षा निदेशालय के आदेशों को नहीं मान रहे कुछ स्कूल, बच्चों से मांग रहे हैं दाखिला फीस
वार्षिक फीस लेने का फैसला स्कूल खुलने के बाद लिया जाएगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना के चलते आनलाइन पढ़ाई करवा रहे कुछ स्कूल अभी भी शिक्षा निदेशालय के आदेशों को नहीं मान रहे। इनमें कुछ स्कूल सुबह वर्दियां पहनाकर बच्चों को पहना आनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं जबकि कुछ ने अभिभावकों से बच्चों की वार्षिक व दाखिला फीस भी मांगनी शुरू कर दी है।

शिक्षा निदेशक जम्मू रवि शंकर शर्मा ने कुछ दिन पहले आदेश जारी कर स्पष्ट कहा था कि स्कूल बच्चों को एक ही दुकान से पुस्तकें आदि खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं और न ही बच्चों को वर्दियां पहनकर आनला इन पढ़ाई का दबाव बना सकते हैं।

शिक्षा निदेशक ने स्कूलों के इस फरमान को विसंगत बताते हुए कहा था कि स्कूल ऐसा न करें और अगर कोई स्कूल ऐसा करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं शिक्षा निदेशक ने उन स्कूलों को भी खबरदार किया था जो बच्चों से वार्षिक व दाखिला फीस मांग रहे थे। शिक्षा निदेशक ने स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वे सिर्फ बच्चों से मासिक टयूशन फीस ही लें। वार्षिक फीस लेने का फैसला स्कूल खुलने के बाद लिया जाएगा।

उधर कुछ अभिभावकों का कहना है कि उनसे स्कूल बच्चों की दाखिला व अन्य वार्षिक फीस मांगना शुरू हो गए हैं। उन पर उस फीस को जमा करवाने का दबाव बनाया जा रहा है। उधर शिक्षा निदेशक जम्मू रवि शंकर का कहना है कि अगर किसी अभिभावक को स्कूल के खिलाफ शिकायत है तो वह शिक्षा निदेशालय या आओ बात करें फोन लाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।

शिक्षा निदेशालय शिकायत पर कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि आदेश न मानने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

chat bot
आपका साथी