Jammu Kashmir: स्वच्छ भारत अभियान के तहत 38.80 लाख का गबन करने वाला डायरेक्टर गिरफ्तार
एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने मामला दर्ज करने के बाद जब जमीनी स्तर पर जांच की तो पता चला कि संस्था ने एक भी शौचालय का निर्माण नहीं और नगरनिगम की इंजीनियरिंग विंग ने फर्जी रिपोर्ट तैयार करके भुगतान करवाया। इससे सरकारी खजाने को 3881612 रुपये का नुकसान पहुंचा।
जम्मू, जागरण संवाददाता: स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकारी खजाने को 38.80 लाख रुपये का चूना लगाने वाले गैर सरकारी संस्था सोशल वेलफेयर आफ इंडिया के डायरेक्टर जहीर अब्बास भट्टी को एंटी क्रप्शन ब्यूरो जम्मू ने गिरफ्तार कर लिया है। भठिंडी के नरवाल बाला के रहने वाले भट्टी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाने के नाम पर यह घोटाला किया था और इस पूरे मामले में श्रीनगर नगरनिगम के कुछ अधिकारियों की भी मिलीभगत पाई गई है। ब्यूरो नगरनिगम के अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है।
ब्यूरो केस के मुताबिक श्रीनगर नगरनिगम ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों के घरों में शौचालय बनाने का ठेका सोशल वेलफेयर आफ इंडिया को दिया था। समझौते के अनुसार संस्था को 17490 रुपये में 218 शौचालय बनाने तथा 12000 रुपये में 9 दोहरे टैंक तैयार करने का ठेका दिया गया था। संस्था ने यह काम पूरा करने का प्रमाण पत्र नगरनिगम को सौंपा जिसमें लाभार्थियों के नाम भी शामिल थे। श्रीनगर नगरनिगम के कमिश्नर ने निर्माण की जांच की जिम्मेदारी इंजीनियरिंग विंग को सौंपी जिसमें एक्सईएन व जेई ने कमिश्नर को रिपोर्ट सौंपी कि सभी मानदंडों का पालन करते हुए निर्माण पूरा किया जा चुका है। इस रिपोर्ट के आधार पर श्रीनगर नगरनिगम ने संस्था को 38,81,612 रुपये जारी कर दिए।
एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने मामला दर्ज करने के बाद जब जमीनी स्तर पर जांच की तो पता चला कि संस्था ने एक भी शौचालय का निर्माण नहीं और नगरनिगम की इंजीनियरिंग विंग ने फर्जी रिपोर्ट तैयार करके भुगतान करवाया। इससे सरकारी खजाने को 38,81,612 रुपये का नुकसान पहुंचा और एक साजिश के तहत संस्था व नगरनिगम अधिकारियों ने यह सब किया। प्रारंभिक जांच में आरोप साबित होने पर ब्यूरो ने श्रीनगर नगरनिगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मरूफ अहमद, जूनियर इंजीनियर जावेद इकबाल शाह तथा गैर सरकारी संस्था सोशल वेलफेयर आफ इंडिया के डायरेक्टर जहीर अब्बास भट्टी व जनरल सेक्रेटरी अशरफ शाह के खिलाफ केस दर्ज किया। अब इस केस में ब्यूरो ने जांच में सहयोग न करने पर भट्टी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।