Jammu Smart City: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए रास्ता बताने वाले साइन बोर्ड कर रहे गुमराह
आरटीआइ कार्यकर्ता बलविंद्र सिंह ने जम्मू शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए रास्ता बताने वाले साइन बोर्डों को गुमराह करने वाला बताया।अकाली कौर सिंह नगर के पास इस बोर्ड को लगाया गया है लेकिन आगे इस बोर्ड बारे कोई जानकारी ही नहीं मिलती।
जम्मू, जागरण संवाददाता। आरटीआइ कार्यकर्ता बलविंद्र सिंह ने जम्मू शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए रास्ता बताने वाले साइन बोर्डों को गुमराह करने वाला बताया।
जम्मू में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिंह ने बताया कि इस परियोजना के तहत रोडिक कंसलटेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ 10.20 करोड़ रुपये का करार किया गया था लेकिन कंपनी ने जो बोर्ड लगाए हैं, उनमें नियमितताएं नहीं हैं और बीच रास्ते में ही बोर्ड राहगीर को छोड़ कर गायब हो जाते हैं।
पत्रकारवार्ता में बलविंद्र सिंह के साथ सिविल सोसायटी के सदस्य मंजीत सिंह बाली, मनमोहन सिंह, महेश सिंह कोतवाल भी मौजूद थे। उन सभी का यही कहना था कि शहर भर में लगाए गए साइन बोर्ड बाहर से आने वाले लोगों को रास्ता बताने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने डिग्याना में लगे झिड़ी और तालाब तिल्लो का रास्ता बताने वाले बोर्ड का उदाहरण देते हुए कहा कि अकाली कौर सिंह नगर के पास इस बोर्ड को लगाया गया है लेकिन आगे इस बोर्ड बारे कोई जानकारी ही नहीं मिलती।
राहगीर रास्ता ढूंढता रहता है लेकिन उसे पता नहीं चल पाता। मजबूरन लोगों से पूछकर राहगीर अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं। इसके अलावा कुछ बोर्ड चार फीट से भी कम उंचाई पर लगे हैं जो लोगों की भीड़ में नजर ही नहीं आते हैं। इसके अलावा कुछ बोर्ड गलत निर्देश दे रहे हैं। चौराहों पर उनके निर्देश समझ ही नहीं आते। सिंह ने इस कंपनी के साथ करार समाप्त करने की मांग सरकार से की। उन्होंने डिवीजनल कमिश्नर से इस गलती को सुधारने के लिए टीम गठित करने और सही साइन बोर्ड लगवाने की अपील भी की।