Jammu Kashmir: शिव सेना ठाकरे की अपील- लोगों को धार्मिक यात्राओं पर जाने की मिले अनुमति
शिव सेना ठाकरे ने कहा कि जम्मू कश्मीर में धार्मिक यात्राओं पर पूरी तरह से रोक लगाने का क्रम ठीक नहीं है। चाहे बाबा अमरनाथ यात्रा हो या मचैल यात्रा। प्रशासन को छोटे छोटे श्रद्धालुओं के दलों को यात्रा पर जाने की अनुमति देनी चाहिए थी।
जम्मू, जागरण संवाददाता । शिव सेना ठाकरे ने कहा कि जम्मू कश्मीर में धार्मिक यात्राओं पर पूरी तरह से रोक लगाने का क्रम ठीक नहीं है। चाहे बाबा अमरनाथ यात्रा हो या मचैल यात्रा। प्रशासन को छोटे छोटे श्रद्धालुओं के दलों को यात्रा पर जाने की अनुमति देनी चाहिए थी।
प्रदेश अ्रध्यक्ष मनीश साहनी ने कहा कि यह ठीक है कोरोना महामारी का दौर है। ज्यादा भीड़ ठीक नहीं है। लेकिन कोरोना बचाव के लिए सरकार द्वारा सुझाए गए उपायों का पालन करके तो यात्राएं हो सकती थी। लेकिन प्रशासन ने तो पूरी तरह से हाथ खड़े कर दिए। बाबा अमरनाथ यात्रा अबकी नही हो पाई। वहीं मचैल यात्रा को भी सरकार ने निरस्त कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से पर्यटन उद्योग पर निर्भर है
साहनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर पूरी तरह से पर्यटन उद्योग पर निर्भर है। ऐतहासिक, धार्मिक स्थलों पर लोगों का आना जाना रहता है। इन्ही लोगों के कारण पर्यटन उद्योग जिंदा है। लेकिन लोग ही नही आएंगे तो यह उद्योग कैसे चल पाएंगे। साहनी ने कहा कि पहले ही कोविड के कारण काम धंधे ठप पड़े है।
पर्यटक जम्मू कश्मीर में नही आ पा रहा। हां धार्मिक पर्यटक समय समय पर पहुंचते तो हैं मगर बाद में सरकार यात्राओं पर रोक लगा देती है। इसलिए शिव सेना सरकार से कह रही है कि नियमों को सामने रखकर लोगों के बारे में भी सोचा जाए। अगर धार्मिक यात्राएं बड़े तौर पर नही जा सकती तो छोटे छोटे ग्रुप में श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्राओं पर भेजा जा सकता है। पूरे मामले को लेकर शिव सेना जल्दी ही एक जागृति कार्यक्रम चलाएगी और दूर दराज के लोगों के बीच में पहुंचेगी। साहनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के आम लोगों की हालत इस समय काफी मंदी है। लोगों के पास रोजगार नही। यहां तक कि कई लोगों को तो रोटी का जुगाड़ मुश्किल से करना पड़ रहा है। इसलिए सरकार ऐसे काम करे कि लोगों को राहत प्रापत हो।