Jammu Kashmir: पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग को लेकर शिव सेना ने किया विरोध प्रदर्शन
सरकार जम्मू-कश्मीर में पेट्रोल-डीजल के दाम में राहत देने के मूड में नहीं है। सरकार पूरे देश की जनता को मूर्ख बनाने में लगी हुई है। हाल ही में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर शिव सेना ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रदर्शन किया और जमकर नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार की मनमानी के कारण ही पेट्रोल-डीजल महंगा है जोकि आम जनता की मुश्किलें बढ़ा रहा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर सरकार पट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में ले आए तो दाम में 20 से 30 रुपये की कटौती हो जाएगी।
इस मौके पर संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर यूनिट के प्रधान मनीश साहनी ने कहा कि सरकार की नीयत पर शक है। सब जानते हुए भी सरकार जम्मू-कश्मीर में पेट्रोल-डीजल के दाम में राहत देने के मूड में नहीं है। सरकार पूरे देश की जनता को मूर्ख बनाने में लगी हुई है। हाल ही में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया। इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा क्या है। देश में चंद ही प्रतिशत लोग अमीर हैं। बाकी सभी गरीब हैं और पेट्रोल -डीजल के दाम इन सभी लोगों को प्रभावित करते हैं।
साहनी ने कहा कि जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है मगर कहीं कोई सुनवाई नहीं है। आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और महंगाई से राहत को लेकर कोई उम्मीद की किरण दिखाई नहीं दे रही। युवाओं के पास अब रोजगार नही रहा। मगर सरकार उपलब्धियां गिनवाने में जुटी हुई है। शिव सेना ठाकरे ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि गरीब को इस सरकार ने और गरीब कर दिया है।
इस मौके पर अध्यक्ष महिला विंग मीनाक्षी छिब्बर, महासचिव विकास बख्शी, चेयरमैन राकेश गुप्ता, उपाध्यक्ष संजीव कोहली, बलवंत सिंह, अध्यक्ष कामगर विंग राज सिंह, सचिव गीता लखोतरा, अध्यक्ष आरएस पुरा बलवंत सिंह, अध्यक्ष सांबा नीलम सिंह, पूजा देवी, अध्यक्ष अखनूर सतीश शर्मा, रामेश्वर सिंह,आकाश, विवेक वर्मा, साहिल,रविन्द्र कुमार, रोहित,अमरजीत, अमन, सोहन लाल, विशाल समेत कई नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।